Agra News: डेंगू ने बढ़ाई कीवी- पपीता की डिमांड, आगरा में बकरी का दूध बिक रहा है 300 रुपये लीटर
Agra News प्लेटलेटस बढ़ाने में कीवी कच्चा पपीता और बकरी के दूध को माना जाता है सहायक। गांवों में भी आसानी से नहीं मिल रहा बकरी का दूध। आगरा शहर और देहात में लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू से पीड़ित मरीज।
आगरा, जागरण संवाददाता। डेंगू के बढ़ते मामलों के साथ ही इसकी रोकथाम के लिए प्रयुक्त की जाने वाली सामग्री की डिमांड बढ़ गई है। इसके साथ ही इसकी कीमताें में भी बढ़ोत्तरी हो गई है। डेंगू मरीजों को स्वस्थ होने के लिए दी जाने वाली कीवी, कच्चा पपीता बकरी का दूध और नारियल के पानी आदि की डिमांड में काफी इजाफा हुआ है। दुकानदार इनकी मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। वहीं बकरी के दूध की कीमत आसमान छू रही हैं। ढाई सौ से तीन सौ रुपये लीटर बिक रहा है।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए बढ़ी मांग
डेंगू से पीड़ित संक्रमितों को भूख प्यास नहीं लग रही है। डाक्टरों की परामर्श पर प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक माने जाने वाले विकल्पों की मांग बढ़ी है। इसमें कुछ साइंटिफिक रूप से स्थापित है तो कुछ मान्यताओं वाले विकल्पों की खासी मांग है। इसमें बकरी के दूध की कीमत 250 से 300 रुपये लीटर तक पहुंच गई है। तो वहीं कीवी और कच्चा पपीता भी बढ़ी हुई कीमतों में बिक रहे हैं। शेखर रेजीडेंसी निवासी उमेशचंद्र भारद्वाज ने बताया कि उन्हें बकरी की दूध दिए जाने की सलाह दी गई थी। जिसके चलते दूध वाले से बकरी का दूध मंगाया गया, उसने 250 रुपये लीटर में दिया। उन्होंने बताया कि उनके जानने वाले रमेशचंद्र हैं। वे प्रतापपुरा में रहते हैं, उन्हें भी बकरी के दूध के जरूरत पड़ी थी। उन्हें भी काफी महंगी रेट पर बकरी का दूध मिला था।
बकरी के दूध की है किल्लत
दूध वाले हरीबाबू, भूरा चौधरी, प्रदीप राना, आकाश चौधरी ने बताया कि शहर में बकरी के दूध की डिमांड बढी है। गांवों में भी बकरी का दूध बड़ी मुश्किल से मिल रहा है। बकरी वाले मुंह मांगी कीमत मांग रहे हैं। इनका कहना है कि ढाई सौ से तीन सौ रुपये लीटर में दूध दिया जा रहा है। कई बार मिलता भी नहीं है।