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Agra News : संयुक्त शिक्षा निदेशक घूसकांड की विवेचना अब CBCID के पास, एसपी विजिलेंस को हटाया

तीन अक्टूबर को विशेष सचिव रामनगीना मौर्य ने विवेचना विजिलेंस से सीबीसीआइडी स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए। विजिलेंस द्वारा ट्रैप से पहले प्री ट्रैप की कार्रवाई होती है। सीबीसीअाइडी यह जांच भी करेगी कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं उनमें कितनी सच्चाई है।विजिलेंस ने 17 अगस्त को आरपी शर्मा को तीन लाख रुपये घूस के साथ पकड़ा था।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sun, 06 Oct 2024 09:38 PM (IST)
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विजिलेंस ने 17 अगस्त 2024 को तीन लाख घूस लेने के आरोप में रंगे हाथ दबोचा था

जागरण संवाददाता, आगरा। संयुक्त शिक्षा निदेशक आरपी शर्मा की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस द्वारा की गई गिरफ्तारी पर डेढ़ माह से सवाल उठ रहे हैं। शासन स्तर से उच्च स्तरीय जांच के बाद अब एक्शन शुरू हो गया है।

शासन स्तर से पहले एसपी विजिलेंस शगुन गौतम को हटाकर झांसी भेज दिया गया। इसके बाद विजिलेंस द्वारा नाई की मंडी थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे की विवेचना सीबीसीआइडी को स्थानांतरित कर दी है। शासन स्तर से सीबीसीआइडी को ट्रैप की जांच करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

10  लाख रुपये घूस मांंगने का था आरोप

डीसी वैदिक इंटर कालेज में सहायक अध्यापक आवास विकास कालोनी के अजयपाल की नियुक्ति पर चार महीने पहले सवाल उठे थे। जिसकी जांच मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक आरपी शर्मा के नेतृत्व में समिति द्वारा की जा रही थी।

शिक्षक ने आरपी शर्मा पर जांच पक्ष में निस्तारित करने को 10 लाख रुपये घूस मांगने का आरोप लगाया था। साक्ष्य के रूप में आरपी शर्मा के स्टेनो देवेंद्र वर्मा की घूस मांगने की आडियो विजिलेंस को दी थी।विजिलेंस ने 17 अगस्त को आरपी शर्मा को तीन लाख रुपये घूस के साथ पकड़ा था।उनके विरुद्ध दर्ज भ्रष्टाचार के मुकदमे की विवेचना विजिलेंस द्वारा की जा रही थी।

समिति ने जांच के बाद शासन को सौंपी थी रिपोर्ट

आरपी शर्मा की गिरफ्तारी के विरोध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सवाल उठाते हुए प्रदर्शन किया था। इसकी शिकायत शासन में करने की थी।शासन ने राजेश कुमार सचिव सतर्कता विभाग और वीके सिंह विशेष सचिव गृह विभाग की उच्च स्तरीय समिति बनाई थी। समिति ने नौ सितंबर को आगरा आकर संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में तैनात कर्मचारियों के बयान दर्ज किए थे।

समिति ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इसके बाद 27 सितंबर को एसपी विजिलेंस शगुन गौतम का स्थानांतरण झांसी कर दिया गया। उनके स्थान पर झांसी के एसपी विजिलेंस आलोक शर्मा को यहां भेज दिया गया है।

इसके साथ ही आगरा विजिलेंस सेक्टर में तैनात इंस्पेक्टर दुष्यंत तिवारी, हाकिम सिंह, आरक्षी जितेंद्र और धर्मेंद्र को भी गैर जनपद स्थानांतरित किया है। एसपी समेत पांचों स्थानांतरण को आरपी शर्मा की गिरफ्तारी के बाद उठे विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।

तीन अक्टूबर को विशेष सचिव रामनगीना मौर्य ने विवेचना विजिलेंस से सीबीसीआइडी स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए। विजिलेंस द्वारा ट्रैप से पहले प्री ट्रैप की कार्रवाई होती है। सीबीसीअाइडी यह जांच भी करेगी कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं, उनमें कितनी सच्चाई है। सीबीसीआइडी की जांच में विजिलेंस टीम में शामिल पुलिसकर्मियों की गर्दन फंस सकती है।

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