Agra News: सुबह होते ही वो निकल पड़ती है जिगर के टुकड़े की तलाश में, पढ़ें एक मां की दास्तां
Agra News छह महीने से पुत्र की तलाश में पैदल शहर की खाक छान रही है मां। शाहगंज की रहने वाली सानिया का 14 वर्षीय मानसिक दिव्यांग पुत्र अप्रैल से है गायब। सुबह होते ही पैदल बेटे की तलाश में निकल पड़ती है मां।
आगरा, जागरण संवाददाता। वह कुछ बोल नहीं पाता है, मेरे बिना एक कदम भी नहीं चल पाता है, एक उसे खिलाती थी तो दूसरा निवाला मैं खाती थी। पांच महीने से उसकी शक्ल नहीं देखी है यह कहते हुए 42 वर्षीय सानिया रोने लगती है। उनकी जुबां पर एक ही बात है, मेरे बेटे को खोज कर ला दो। वह छह महीने से अपने मानसिक दिव्यांग पुत्र की तलाश में पैदल शहर की खाक छान रही हैं। सुबह होते ही घर से निकल पड़ती हैं, शाम को उदास घर लौटती हैं।
बिना बताए अचानक गायब हुआ दिव्यांग पुत्र
शाहगंज के आजमपाड़ा में रहने वाली 42 वर्षीय सानिया पत्नी मुख्तार का 14 साल का पुत्र आसिफ 19 अप्रैल 2022 से लापता है। बेटे की तलाश में राजकीय शिशु एवं बाल गृह पहुंची सानिया ने बताया कि पति साथ नहीं रहते हैं। उनके दो बेटे हैं, बडा बेटा नासिर एक जूता कारखाना में काम करता है। छोटा मानसिक रूप से दिव्यांग है, जिसकी देखभाल वह करती हैं। इसके अलावा घर में एक बूढ़ी मां हैं, जिन्हें कम दिखाई देता है।
उनका पुत्र 19 अप्रैल की सुबह बिना बताए घर से निकल गया था। उसकी गुमशुदगी की तहरीर थाने पर दे दी। जिसके बाद से वह अपने स्तर से तलाश रही हैं। उन्हें बेटे की फिक्र इसलिए है कि वह उनके बिना नहीं रह सकता है। इस समय किस हाल में होगा, कौन उसकी देखभाल कर रहा होगा, यही सब चिंता उन्हें रात भर सोने नहीं देती है।
यह भी पढ़ेंः Supreme Court on Taj Mahal: ताजमहल के पास खुली दुकानें, एडीए को विधिक राय का इंतजार
हर रोज बनती है बेटे के मिलने की उम्मीद
मानसिक दिव्यांग होने के चलते वह अपनी समस्या किसी को बता नहीं सकता है। वह रोज सुबह सूरज उगने के साथ इस उम्मीद से निकलती हैं कि बेटे का सुराग आज उन्हें मिल जाएगा। मगर, हर शाम को वह खाली हाथ लौटती हैं। बेटे की तलाश करना उनके जीवन का उद्देश्य बन चुका है।