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Agra News: चौराहों पर सिग्नल और कैमरे हैं खराब, इशारों से चलता यातायात; जनता हो रही परेशान

Agra News आगरा शहर में 43 प्रमुख चौराहे और तिराहे हैं। जिन पर यातायात ट्रैफिक सिग्नल द्वारा संचालित किया जाता है। प्रशासन ने सड़कों पर आवागमन को सुगम बनाने के लिए चौराहों तिराहों पर सिग्नल और कैमरे लगाने पर धन खर्च किया है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Wed, 24 May 2023 07:46 AM (IST)
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चौराहों पर सिग्नल और कैमरे हैं खराब, इशारों से चलता यातायात
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में ट्रैफिक सिग्नल खराब होने की वजह से लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। सिग्नल खराब होने की वजह से पुलिसकर्मी और होमगार्ड को अपने हाथों में यातायात की कमान लेनी पड़ रही है। मंगलवार को शाम करीब सवा सात बजे सिकंदरा तिराहे का ट्रैफिक सिग्नल बंद था। वाहनों के भारी दबाव के यहां तैनात पुलिसकर्मी और होमगार्ड हाथों से यातायात का संचालन कर रहे थे। तिराहे पर आगरा-मथुरा हाईवे के वाहनों का आवागमन 120 सेकेंड के लिए रोकने पर 100 से अधिक वाहनों की लाइन लग गई।

हाईवे और एमजी रोड पर वाहनों का दबाव आए दिन ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था को ध्वस्त कर देता है। हाईवे पर खंदारी, भगवान टॉकीज, सुल्तानगंज पुलिया और रामबाग चौराहे पर यातायात को सिग्नल की जगह हाथों से संचालित किया जाता है। एमजी रोड की भी यही स्थिति है। दोपहर में स्कूलों की छुट्टी के समय वाहनों का दबाव तीन गुना बढ़ जाता है। चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल का समय नियत है, उसके अनुसार यातायात का संचालन करने पर वाहनों की लंबी लाइन लग जाती है। ट्रैफिक सिग्नल की जगह हाथों के इशारे से यातायात को संचालित किया जाता है।

सुधार की रफ्तार है धीमी

शहर में 43 प्रमुख चौराहे और तिराहे हैं। जिन पर यातायात ट्रैफिक सिग्नल द्वारा संचालित किया जाता है। प्रशासन ने सड़कों पर आवागमन को सुगम बनाने के लिए चौराहों, तिराहों पर सिग्नल और कैमरे लगाने पर धन खर्च किया है। इसके बावजूद यातायात व्यवस्था में अपेक्षित सुधार की रफ्तार धीमी है। चौराहों पर कैमरे लगाए गए हैं, ताकि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी कैमरों से चालान किया जा सके। स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के सभी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।

कुछ समय के लिए मैनुअल संचालित होता है यातायात

अपर पुलिस उपायुक्त अरुण चंद ने कहा कि दोपहर में स्कूलों की छुट्टी और सुबह-शाम वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। एक निश्चित समय के दौरान वाहनों का दबाव बढ़ता है, आवागमन को सुचारू रखने के लिए कुछ देर के लिए यातायात को मैनुअल संचालित करना पड़ता है। चौराहों पर लगे कैमरों को सही करने के लिए संबंधित कंपनी से पत्राचार किया गया है।

इन जगहों पर है ट्रैफिक की समस्या

1- एमजी रोड पर दोपहर एक बजे स्कूलों की छुट्टी होती है, दो घंटे के लिए सिग्नल ब्लिंक मोड पर किए जाते हैं। इसके कारण चौराहों पर वाहनों का दबाव तीन गुना बढ़ता है। यह दबाव एक निश्चित समय पर रहता है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत कंट्रोल रूम से प्रत्येक चौराहे पर सिग्नल की लाल और हरी बत्ती का समय नियत है। इसे एक नियत समय पर नहीं बदला जा सकता।

2- जीवनी मंडी से कमला नगर की ओर जाने वाले वाहन चालक को सुल्तानगंज पुलिया होकर जाना चाहिए। वह वाटर वर्क्स चौराहा पार करने के बाद रांग साइड होते हुए कमला नगर की ओर जाते हैं। यहां मैनुअल तरीके से यातायात का संचालन किया जा रहा है।

3- यही स्थित रामबाग चौराहे की है। यहां पर भी यातायात को सिग्नल से संचालित नहीं किया जाता है। मैनुअल तरीके से ही चलाया जा रहा है। यहां पर हाथरस और अलीगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों का दबाव रहता है।

4- सिकंदरा क्षेत्र में अधिकांश फैक्ट्री हैं। इनमें शाम को छुट्टी होने पर सिकंदरा तिराहे पर यातायात का दबाव चार गुना बढ़ जाता है।

5- छीपीटोला तिराहे पर रावली की ओर भी वाहन चालक गलत दिशा में चलते हैं। दोपहर में वाहनों का दबाव बढ़ने पर यहां भी पुलिसकर्मी हाथों के इशारे से यातायात का संचालन करते हैं। वहीं, प्रतापपुरा चौराहे की भी चारों दिशाएं एकसार नहीं है। यहां भी यही हालात हैं।

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