Agra News: तीन दारोगाओं ने ट्रक छोड़ने को वसूले 20 हजार रुपये, पुलिस आयुक्त ने डीपीसी को सौंपी जांच
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों के तीन दारोगा ट्रक से वसूली के लिए एकजुट हो गए। ट्रक को सीज करने की धमकी देकर 40 हजार रुपये मांगे। 20 हजार रुपये वसूल कर ट्रक को छोड़ा। ट्रक मालिक ने मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त से कर दी। इसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। घटना 18 जून की है।
जागरण संवाददाता, आगरा: दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों के तीन दारोगा ट्रक से वसूली के लिए एकजुट हो गए। ट्रक को सीज करने की धमकी देकर 40 हजार रुपये मांगे। 20 हजार रुपये वसूल कर ट्रक को छोड़ा।
ट्रक मालिक ने मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त से कर दी। इसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। घटना 18 जून की है।
ताजगंज क्षेत्र निवासी ऋषभ परमार मंगलवार को पुलिस आयुक्त के समक्ष पेश हुए थे। उन्होंने बताया कि उनके पास एक ट्रक है। ट्रक में कुछ खराबी हो गई थी। चालक धर्मवीर उसे सही कराने ट्रांसपोर्ट नगर गया था। वहां दुकान बंद होने के चलते ट्रक सही नहीं हुआ।
उन्होंने चालक से बोदला-सिकंदरा रोड से बिचपुरी मार्ग होकर आने की कहा। जिससे कि रास्ते में ट्रक बंद होने पर जाम न लगे। चालक को बोदला चौराहे से बिचपुरी मार्ग पर जाना था। रास्ता पता नहीं होने के चलते वह हेमा पेट्रोल पंप के पास से एक सड़क पर मुड़ गया। वह जीपीएस पर ट्रक की लोकेशन देख रहे थे।
रास्ते में दारोगाओं ने चेक किए कागज
रात के करीब एक बज रहे थे। उन्होंने चालक को फोन कर ट्रक पीछे लाने की कहा। इसी दौरान तीन दारोगा आ गए। उन्होंने ट्रक को रोक लिया। चालक से कागज मांगे, उसने दिखा दिए। दारोगाओं ने चालक से कहा कि कागज फर्जी हैं, वह ट्रक लेकर चले। जिससे चालक घबरा गया। उन्हें फोन कर इसकी जानकारी दी। हम भी मौके पर पहुंच गए।
ऋषभ का आरोप है कि दारोगाओं से बात की तो वह गाली-गलौज करने लगे। ट्रक छोड़ने के लिए 40 हजार रुपये मांगे। बाद में 20 हजार रुपये में वह ट्रक छोड़ने को तैयार हुए। अपने एक परिचित को फोन करके रकम मंगाई। दारोगाओं ने यह रकम एक आरक्षी को दिलाई। जिसके बाद ट्रक छोड़ा गया।
ट्रक मालिक के अनुसार, वसूली करने वाले दो दारोगा सिकंदरा थाने और एक ताजगंज थाने में तैनात है।
112 नंबर पर किया था फोन
ट्रक छूटने के बाद ऋषभ ने सबसे पहले 112 नंबर पर फोन किया था। जिसके बाद पुलिस आयुक्त का भी सीयूजी नंबर मिलाया था। पुलिस आयुक्त ने उनकी शिकायत पर डीसीपी सूरज राय को जांच करने को कहा। बुधवार को ऋषभ ने उन्हें अपने बयान दर्ज कराए। पुलिस आयुक्त डा. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है।