Agra News : बेइज्जती का बदला लेने के लिए जीजा ने पत्थर से कुचलकर साले को उतारा मौत के घाट
फतेहपुर सीकरी पुलिस ने नगला धीरू गांव में सिसोदिया रेस्टोरेंट के कर्मचारी अजीत परमार की हत्या का खुलासा किया। मौसी के दामाद आकाश ने अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए अजीत की हत्या की। आकाश ने चार महीने पहले हुई मारपीट का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया।
संवाद सूत्र, फतेहपुर सीकरी । थाना क्षेत्र के गांव नगला धीरू में मौसी के घर रिश्तेदारी में रहकर सिसोदिया रेस्टोरेंट एवं स्वीट हाउस पर काम करने वाले अजीत परमार की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मौसी के दामाद ने अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए साले अजीत के परमार की हत्या किया जाना स्वीकार किया है।
19 अगस्त की रात करीब 12:00 बजे ग्वालियर गेट के बाहर शाही तालाब के समीप थाना पुलिस ने एक युवक का अज्ञात शव बरामद किया गया था। 20 अगस्त बुधवार सुबह मृतक की पहचान 25 वर्षीय अजीत परमार पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी ग्राम सैमरा थाना खंदौली के रूप में रिश्तेदारों एवं थाने पहुंचकर पिता एवं बड़े भाई द्वारा की गई थी।
बड़े भाई ने थाना पुलिस को दी शिकायत
बड़े भाई प्रवीन कुमार द्वारा घटनाक्रम की तहरी थाना पुलिस को दी गई थी। घटनाक्रम की तहरीर लेकर फरवरी निरीक्षक पुलिस टीम के साथ हत्या के पर्दाफाश में लग रहे। प्रभारी निरीक्षा आनंद वीर सिंह के अनुसार हत्याकांड की जांच पड़ताल में आकाश पुत्र सुंदर सिंह निवासी ग्राम हतीसा थाना हाथरस गेट जनपद हाथरस का नाम प्रकाश में आया।
मुखबिर की सूचना पर रविवार 24 अगस्त को मंडी गुड़ के समीप से आकाश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आकाश ने अपनी बेइज्जती का बदला लेने के लिए अजीत परमार की हत्या किया जाना स्वीकार किया है। घटनाक्रम के अनुसार चार महीना पहले आकाश अपनी पत्नी संगीता के साथ थाना खंदौली के गांव सेमरा में अपनी मौसी के घर गए थे।
मौसी के बेटे ने की थी मारपीट
मौसी के पुत्र अजीत परमार ने मेरी भारी बेज्जती करते हुए मारपीट की थी। तभी मैं ऐलान किया था कि मैं इसका बदला इसको मौत के घाट उतार कर लूंगा। तभी से आकाश साले अजीत परमार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था। मंगलवार 19 अगस्त की देर रात दोनों में कहासुनी, मारपीट हुई थी। मारपीट के दौरान ही अजीत आकाश द्वारा अजीत परमार के मुंह और चेहरे पर पत्थर मारकर हत्या कर दी गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।