Move to Jagran APP

IPS J Ravinder Goud: एक्शन मोड़ में आगरा पुलिस कमिश्नर; 'भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, जनता की नहीं सुनी तो छिनेंगी कुर्सी'

Agra News आगरा में नए पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड ने चार्ज ग्रहण कर लिया। जे रविंदर गौड ने चार्ज लेने के बाद प्राथमिकताएं बताईं। उन्होंने मीडिया से बात की। आइपीएस अधिकारी ने कहा कि जनता की न सुनने वाले थानेदारों की छिनेगी कुर्सी। भ्रष्टाचार व अन्य प्रकार से छवि खराब करने वाले पुलिसकर्मी जाएंगे जेल। साफ छवि वालों को थानों का चार्ज मिलेगा।

By Yashpal Singh Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 14 Jan 2024 07:40 AM (IST)
Hero Image
पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड ने चार्ज लेने के बाद बताईं प्राथमिकताएं
जागरण संवाददाता, आगरा। पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड ने चार्ज लेने के बाद मीडिया के सामने अपनी प्राथमिताएं बताईं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार व अन्य अपराधिक कृत्य करने वाले पुलिस की छवि खराब करने वाले पुलिसकर्मी जेल जाएंगे। इसके साथ ही जनता की न सुनने वाले थाना प्रभारी कुर्सी से हटेंगे।

पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने बताया कि शांति व्यवस्था कायम करना, क्राइम कंट्रोल करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा। शहर में ट्रैफिक समस्या को दूर करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।

जे रविंदर गौड ने यह भी कहा कि थाना प्रभारी को जनसुनवाई अच्छे तरीके से करनी होगी। अगर वह जनसुनवाई सही तरीके से नहीं करेंगे तो उन्हें हटाया जाएगा। जमीनी प्रकरण के निस्तारण में उन्होंने कहा कि इसमें राजस्व से समन्वय स्थापित कर निस्तारण कराया जाएगा।

ये भी पढ़ेंः Weather Update UP: IMD का लेटेस्ट अपडेट, 45 जिलों में अलर्ट; भीषण ठंड की चपेट में यूपी, शिमला जैसी मुजफ्फरनगर में सर्दी

साफ छवि के चेहरों को प्रभारी बनाएंगे

पुलिस जमीनों के मामलों में हस्तछेप नहीं करेगी। पुलिस आयुक्त का कहना है कि वह साफ छवि के चेहरों को प्रभारी बनाएंगे। वह राजनीतिक दबाव मानेंगे या नहीं इस के सवाल पर वह बोले मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश है कि अधिकारी किसी के दबाव में ना रहें। जो नियम में हो वही करें।

ये भी पढ़ेंः पंजाब के लोगों का दिल परदेसी हो रहा! विदेश में बसना पसंद कर रहे युवा, जानें कौन से हैं पसंदीदा देश

पुलिस आयुक्त ने जगदीशपुरा कांड को लेकर कहा कि इसमें जो पुलिसकर्मी संलिप्त हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विवेचक आशीष त्यागी, दरोगा शक्ति राठी जैसे पुलिसकर्मियों पर अभी तक कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अधिकारियों की रिपोर्ट आने के बाद उन पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।

कांस्टेबल अब बीट का थानेदार

पुलिस आयुक्त ने कांस्टेबल को उसकी बीट का थानेदार बनाया है। कांस्टेबल को अपनी बीट क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों की जानकारी अपने पास रखनी होगी। इसके साथ ही सीनियर सिटीजन से भी संवाद करना होगा। जिन सीनियर सिटीजन के बच्चे बाहर हैं और वह अकेले रह रहे हैं।

उनसे पुलिसकर्मी यह पूछेंगे कि उनके यहां प्लंबर, गैस देने वाला कौन आ रहा है। कोई नया व्यक्ति तो नहीं आया था। रात में उन्होंने क्राइम मीटिंग लेकर पुलिसकर्मियों को अपनी प्राथमिताएं बता दीं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।