Agra News: घर में घुसकर लड़की से दुष्कर्म केस में दारोगा के खिलाफ चार्जशीट तैयार, बर्खास्तगी की तलवार लटकी
Agra News युवती से दुष्कर्म करने के आरोपित दारोगा को ग्रामीणाें ने घर से अंदर से पकड़ा था और उन्हें बांधकर पीटा था। पुलिस ने चार्जशीट फाइल की है। आरोप पत्र में कई साक्ष्य शामिल किए गए हैं। इसमें पीड़िता समेत 11 गवाह हैं। मोबाइल काल रिकार्ड और दारोगा के पकड़े जाने का वीडियो भी साक्ष्य के रूप में आरोप पत्र में शामिल किया है।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 07 Oct 2023 06:43 AM (IST)
जागरण संवाददाता, आगरा। आगरा के बरहन में घर में घुसकर युवती से दुष्कर्म के आरोपित दारोगा संदीप कुमार के खिलाफ विवेचक ने शुक्रवार को आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया। आरोप पत्र में विवेचक ने पीड़िता समेत 11 लोगों को गवाह बनाया है। इससे दारोगा संदीप कुमार पर बुरी तरह शिकंजा कस गया है। उसकी नौकरी जा सकती है।
बरहन थाने में तैनात दारोगा संदीप कुमार 17 सितंबर की रात एक गांव में गया था। वहां घर में जबरन घुसकर युवती को धमकी देकर दुष्कर्म किया था। ग्रामीणों ने दारोगा को रंगे हाथों दबोचने के बाद पेड़ से बांध कर पिटाई की थी। गांव से लेकर थाने तक 17 घंटे हंगामा चला था। पुलिस आयुक्त ने दारोगा संदीप कुमार को निलंबित कर दिया था। उसके विरुद्ध दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था।
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मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि
पीड़िता के चिकित्सीय परीक्षण में दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी। स्वजन की मांग पर मुकदमे की विवेचना बरहन से सैंया थाने स्थानांतरित की गई थी। पुलिस आयुक्त डा. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक सैंया समरेश सिंह ने दारोगा संदीप कुमार के विरुद्ध 19 दिन में आरोप पत्र न्यायालय में पेश कर दिया है।ये भी पढ़ेंः Agra: टीचर को गोली मारने वाले लड़के पुलिस की गिरफ्त में, बोले- गैंगस्टर लारेंस विश्नोई को देखकर बनाई थी रील
दारोगा को जेल से बाहर लिया डीएन का नमूना
आरोपित दारोगा संदीप कुमार को पुलिस ने शुक्रवार न्यायालय के आदेश पर जिला जेल बाहर निकाला। उसे जिला अस्पताल लाया गया। यहां डीएनए की जांच के लिए उसका नमूना लिया गया। इसके बाद दोबारा जेल में भेज दिया। डीएनए नमूना जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा।विवेचक समरेश सिंह ने बताया कि चिकित्सीय जांच के समय स्लाइड सुरक्षित रखी गई थी।घटनास्थल से कई आपत्तिजनक वस्तुएं मिली थीं। जिन्हें सील किया गया था। पीड़िता के वस्त्र भी प्रयोगशाला भेजे गए हैं। डीएनए जांच रिपोर्ट दारोगा के विरुद्ध वैज्ञानिक साक्ष्य होगी। फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आने पर उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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