Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

UP News: राजस्थान से आ रहीं गाड़ियां चेक रही थी पुलिस, एक कार में मिला कुछ ऐसा कि बैग देखकर हैरान रह गई आगरा पुलिस

Agra Latest News In Hindi कार में मिले 13 लाख तीन लोग हिरासत में लिए हैं। कार अमन के भाई अफसर के नाम पंजीकृत है। पुलिस तीनों को थाने लाकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आयकर विभाग को सूचना दे दी है। पकड़े गए युवक अपना कारोबार आढ़त से संबंधित होना बता रहे थे लेकिन पुलिस की सख्ती में वे बयान बदलते रहे।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 20 Jan 2024 07:40 AM (IST)
Hero Image
Agra News: सैंया टोल प्लाजा पर चेकिंग के दौरान पकड़े गए कैश के साथ आरोपित l जागरण

जागरण संवाददाता,आगरा। सैंया हाइवे टोल प्लाजा के पास चेकिंग के दौरान पुलिस ने कार में 13 लाख साठ हजार रुपये बरामद किए। पूछताछ में कार सवारों ने खुद को आढ़ती बताया। संतोषजनक जवाब न मिलने पर पुलिस ने नगदी सीज कर आयकर विभाग को सूचना दी है।

शुक्रवार शाम प्रभारी निरीक्षक समरेश सिंह पुलिस टीम के साथ हाइवे टोल प्लाजा के पास राजस्थान से आ रहे वाहनों की तलाशी कर रहे थे। स्विफ्ट डिजायर कार को रोकने पर कार सवारों के हावभाव देख शक हुआ। तलाशी में पुलिस को कार में दो बैग दिखे। बैग खोलने पर उसमें रुपये रखे मिले।

पूछताछ में कार सवार तीनों लोगों ने खुद को अलीगढ़ का आढ़ती बताया। अपने नाम अलीगढ़ के मोहम्मद अमीर, अमन व असलम बताए। 

प्रभारी निरीक्षक समरेश सिंह ने बताया कि दो बैगों से 13 लाख 60 हजार पांच सौ रुपये बरामद किए हैं। रकम का उचित स्रोत न बताने पर सीज कर आयकर विभाग को सूचना दी है। 

जीएसटी सहायक आयुक्त का दलाल घूस लेते गिरफ्तार

राज्य कर विभाग के जयपुर हाउस स्थित कार्यालय में एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार शाम जीएसटी सहायक आयुक्त के दलाल (निजी कर्मचारी) को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। तेल व्यापारी ने घूस मांगने की शिकायत की थी। कार्रवाई के दौरान जीएसटी सहायक आयुक्त कार्यालय में नहीं मिले। टीम का कहना है कि अधिकारी की मर्जी के बिना निजी कर्मचारी घूस कैसे ले सकता है।

ये भी पढ़ेंः Agra Accident: आगरा में दर्दनाक हादसा, तेज रफ्तार कार नहर में समाई, चार दोस्तों की मौत, ठंडे पानी में जिंदगी से जूझते रहे युवक

एंटी करप्शन के निरीक्षक संजय यादव ने बताया, कहरई ताजगंज के रहने वाले अमर चंद शर्मा का तेल कारोबार है। व्यापारी ने एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत की थी। उनका जीएसटी पंजीकरण निष्क्रिय हो गया था, जिसे सक्रिय कराने के लिए सहायक जीएसटी आयुक्त का निजी कर्मचारी मनीष कुमार पांच हजार रुपये मांग रहा है। मनीष निजी कर्मचारी होने के बाद भी रोज कार्यालय आता है, वहां बैठता है। खुद को कार्यालय का बाबू बताता है। व्यापारी की शिकायत पर गोपनीय जांच कराई तो आरोप सही पाया गया।

ये भी पढ़ेंः UP News: यूपी के इस जिले में बीएसए की बड़ी कार्रवाई, 208 शिक्षकों की सेलरी रोकी, सामने आया हैरान करने वाला मामला

मनीष वहां आने वाले व्यापारियों के काम कराने के ठेके लेता है। इसके बाद आरोपित को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। पीड़ित व्यापारी शुक्रवार शाम करीब पांच बजे घूस की रकम लेकर कार्यालय गया था। मनीष के घूस लेते ही एंटी करप्शन टीम ने उसे दबोच लिया। जिस समय निजी कर्मचारी पकड़ा गया, सहायक आयुक्त नहीं थे। निजी कर्मचारी के खिलाफ सिकंदरा थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर