ताजमहल से लंगूर की वेशभूषा में इंसान भगाएंगे बंदर, संसद-राष्ट्रपति भवन की तर्ज पर की जा रही व्यवस्था
ताजमहल में बंदरों का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। पर्यटकों को काटने के साथ ही उनका सामान भी छीन रहे हैं। इससे निपटने के लिए आगरा पुलिस संसद भवन व राष्ट्रपति भवन की तरह ताजमहल के आसपास लंगूर की आवाज निकालने में माहिर व्यक्तियों को तैनात करेगी। दिल्ली से इन्हें बुलाकर स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, आगरा। ताजमहल पर बंदरों का आतंक एक बार फिर बढ़ गया है। बंदर उत्पात मचाने के साथ पर्यटकों को काट रहे हैं। उन्हें भगाने को संसद भवन की तरह ताजमहल के आसपास लंगूर की आवाज निकालने में माहिर व्यक्तियों को तैनात किया जाएगा। वह लंगूर की वेशभूषा में रहेंगे। इसके लिए दिल्ली से उन्हें आगरा बुलाकर स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
ताजमहल पर इन दिनों बंदरों की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। सुबह से शाम तक पूर्वी व पश्चिमी गेट के रास्ते, दशहरा घाट पर बंदरों के झुंड के झुंड रहते हैं। पर्यटकों से यह खाने-पीने का सामान छीनकर ले जाने के साथ उन्हें काट भी रहे हैं। ताजमहल के पूर्वी गेट के समीप स्थित पूर्वी गेट नाले की पुलिया पर बंदर ने महिला पर्यटक को काट लिया था।
संसद भवन की तर्ज पर होगी व्यवस्था
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ताजमहल में बंदरों के उत्पात पर पोस्ट की थी, जिसके जवाब में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने स्मारक परिसर में पिछले एक वर्ष में कोई शिकायत नहीं मिलने की बात कही थी। ताज सुरक्षा और पर्यटन पुलिस इसे देखते हुए संसद भवन व राष्ट्रपति भवन की तरह ताजमहल पर व्यवस्था करेगी।
वर्ष 2022 में दिल्ली में लंगूरों की वेशभूषा में लंगूर की आवाज निकालने में माहिर व्यक्तियों को तैनात किया गया था। यह प्रयोग वहां सफल रहा था और बंदरों की समस्या से काफी हद तक निजात मिली थी। संसद भवन के नोर्थ व साउथ ब्लाक और राष्ट्रपति भवन में आज भी यह व्यवस्था लागू है।
एंटी मंकी टास्क फोर्स बनाई
ताज सुरक्षा व पर्यटन पुलिस ने फिलहाल बंदरों को भगाने के लिए एंटी मंकी टास्क फोर्स बनाई है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम पर लंगूर की रिकार्डेड आवाज बजाकर बंदरों को भगाया जा रहा है। फोर्स ने बुधवार सुबह नीम तिराहा पर एकत्रित हुए दर्जनों बंदरों को लंगूर की आवाज बजाकर भगाया। सीसीटीवी कैमरों से बंदर नजर आने और सूचना मिलने पर फोर्स को पब्लिक एड्रेस सिस्टम से क्षेत्र में भेजा जाता है।
मंकी रेप्लर मशीन का होगा ट्रायल
ताज सुरक्षा पुलिस मंकी रेप्लर मशीन मंगा रही है। मशीन को चालू करने पर 350 वर्ग मीटर तक बंदर नहीं आएंगे। इसे बंदरों की लोकेशन पर टीम लेकर जाया करेगी।
एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने बताया- पर्यटकों की सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। बंदरों का भगाने के लिए दिल्ली से लंगूरों की आवाज निकालने में माहिर व्यक्तियों को आगरा बुलाकर स्थानीय लोगों का प्रशिक्षण कराया जाएगा। एंटी मंकी टास्क फोर्स फिलहाल बंदरों को भगाने का काम कर रही है।
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