Agra University: STF पूछ रही सवाल, तुम विश्वविद्यालय में क्या करने जाते हो?, बैठाया जा रहा आफिस में भी
Agra University छात्र नेताओं अधिकारियों और कर्मचारियों से लिए जा रहे बयान। अधिकारियों की ढिलाई पर उठाए सवाल जांचे जा रहे रिकार्ड। पांच गिरफ्तारियों के बाद एसटीएफ अब मेडिकल और संबद्धता की जांच भी कर रही है। अधिकारियों को सचेत किया गया।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में बीएएमएस और मेडिकल की परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी की जांच एसटीएफ कर रही है। विश्वविद्यालय के कर्मचारी और छात्र नेताओं से लगातार बयान लिए जा रहे हैं। छात्र नेताओं को बुलाया जा रहा है, उनसे पूछा जा रहा है कि वे विश्वविद्यालय में क्या करने जाते हैं? कौन से छात्र नेता का कालेज है, किसके किस कर्मचारी से संबंध हैं आदि सवाल पूछे जा रहे हैं। इसी तरह के सवाल कर्मचारियों से किए जा रहे हैं।
कर्मचारियों को सुबह से शाम तक एसटीएफ कार्यालय में बैठाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों परीक्षा नियंत्रक से भी जानकारी ली गई है, और अधिकारियों को सचेत किया गया है कि उनकी ढिलाई की सजा विश्वविद्यालय भुगत रहा है।
बीएएमएस मामले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की है। विश्वविद्यालय के गोपालकुंज परिसर में कैंप कार्यालय बनाया गया है। एसटीएफ अब तक विश्वविद्यालय से पिछले पांच सालों की परीक्षा के रिकार्ड ले चुकी है। इसके साथ ही कर्मचारियों और अधिकारियों के बयान भी लगातार लिए जा रहे हैं। पांच गिरफ्तारियों के बाद एसटीएफ अब मेडिकल और संबद्धता की जांच भी कर रही है। सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों एसटीएफ ने विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक व अन्य अधिकारियों को बयान के लिए बुलाया था। अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए सख्ती दिखाई और कहा कि अधिकारियों की ढिलाई की वजह से ही यह मामले हुए हैं।
लिये जा रहे बयान
विश्वविद्यालय में सक्रिय सभी छात्र नेताओं से भी लगातार बयान लिए जा रहे हैं। छात्र नेताओं से पूछा है कि वे विश्वविद्यालय में क्या करने जाते हैं? कौन से पाठ्यक्रम में पंजीकृत हैं? किस छात्र नेता के कालेज या स्कूल संचालित हैं? घर कहां है, पिछले सालों में कोई जमीन खरीदी है? कौन सी गाड़ी पर चलते हैं, विश्वविद्यालय में किस कर्मचारी से कैसे संबंध हैं? विश्वविद्यालय में कितने बजे आते हैं और कितने बजे जाते हैं? इस बारे में एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि बीएएमए और मेडिकल के बाद अब संबद्धता और रूसा की भी जांच की जाएगी।