BAMS मामले में एसटीएफ की रडार पर छात्र नेता और कालेज, मिल चुकी हैं अब तक 50 से ज्यादा शिकायतें
एसटीएफ के नंबर पर आई 50 से ज्यादा शिकायतें। अभी एसटीएफ कर रही कालेजों की संबद्धता की जांच। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ कर रही है जांच। 27 अगस्त को सामने आया था बीएमएस की उत्तरपुस्तिकाएं बदलने का मामला।
आगरा, जागरण संवाददाता। बीएएमएस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 20 साल पुराने मामले भी एसटीएफ ने अपनी जांच सूची में शामिल कर लिए। गोपालकुंज में कार्यालय बनाया। एक नंबर जारी किया, जिसमें कोई भी गोपनीय शिकायत दर्ज करा सके। अब तक 50 से ज्यादा काल आ चुकी हैं, जिसमें सबसे ज्यादा शिकायतें छात्र नेताओं और कालेजों के घोटालों की है।फिलहाल एसटीएफ ने संबद्धता पर नजर डाली है। इसके बाद छात्र नेताओं और कालेजों पर नजर होगी।
27 अगस्त को सामने आया था मामला
बीएएमएस की परीक्षा में उत्तरपुस्तिकाएं बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। पुलिस ने सबसे पहले एक टेंपो चालक देवेंद्र को जेल भेजा था। इसके बाद डा. अतुल यादव को गिरफ्तार किया था।उत्तरपुस्तिकाओं में लिखने वाले पुनीत और दलाल दुर्गेश ठाकुर को जेल भेजा था। छात्र नेता राहुल पाराशर ने समर्पण किया। पुलिस ने विश्वविद्यालय के कर्मचारी सहित चार को पकड़ा था। इनमें शिवकुमार, उमेश, भीकम और शैलेंद्र उर्फ शैलू शामिल हैं। थाना हरीपर्वत में अब तक तीन मुकदमे दर्ज हुए। एक मुकदमा उत्तरपुस्तिकाओं को बदलने में दर्ज हुआ,दो मुकदमे बीएएमएस परीक्षा की 14 और एमबीबीएस की 26 उत्तरपुस्तिकाएं किसी और से लिखवाने के लिए दर्ज करवाए गए हैं।
एसटीएफ कर रही कॉलेज की संबद्धता पर भी जांच
एसटीएफ अब कालेजों की संबद्धता की भी जांच कर रही है। एसटीएफ शासन को आंतरिक जांच रिपोर्ट भी भेज चुकी है। पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ उदयप्रताप सिंह ने बताया कि जो नंबर जारी किया गया था, उस पर 50 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें से सबसे ज्यादा शिकायतें कालेज के घोटालों, छात्र नेताओं और संबद्धता को लेकर है।