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Agra University: एसटीएफ डाल रही आंबेडकर विवि में डेरा, कैंप ऑफिस बनाने की तैयारी

Agra University डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में कैंप आफिस बनाकर भ्रष्टाचार पर बड़ा वार करेगी एसटीएफ। 10 वर्ष या इससे और पुराने सभी प्रकार की अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामलों की करेगी जांच। आज जारी किया जाएगा वायस लॉगर से युक्त टेलीफोन नंबर और ईमेल आइडी।

By Prateek GuptaEdited By: Updated: Wed, 07 Sep 2022 10:33 AM (IST)
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Agra University: आंबेडकर विवि में एसटीएफ डेरा डालने जा रही है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस परीक्षा में कापी बदलने का मामला सामने आने के बाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने जांच शुरू कर दी है। अब यह जांच केवल इस परीक्षा तक ही सीमित नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एसटीएफ विश्वविद्यालय में चल रहे हर तरह के माफियाराज को खत्म करने की तैयारी कर रही है। जल्द ही विश्वविद्यालय में एसटीएफ अपना कैंप आफिस बनाने जा रही है।बुधवार को ही पब्लिक से सूचनाएं प्राप्त करने को वायस लागर से युक्त टेलीफोन नंबर और ई मेल आइडी जारी की जाएगी।

बीएएमएस परीक्षा में कापी बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। इसके बाद पुलिस ने टेंपो चालक देवेंद्र और डा. अतुल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामला संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय में व्याप्त गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की जांच एसटीएफ को दे दी है। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ राकेश कुमार मंगलवार को आगरा आए थे। उन्होंने विश्वविद्यालय जाकर मामले की जानकारी की। इसके बाद विवेचना कर रही पुलिस टीम से बातचीत की।

अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ राकेश कुमार ने बताया कि जल्द ही विश्वविद्यालय में एसटीएफ अपना कैंप आफिस खोलेगी। यह एसटीएफ के कब्जे में रहेगा। वहां आगरा यूनिट के अलावा बाहर से कुछ उत्कृष्ट विवेचकों को बैठाया जाएगा। कैंप आफिस इस उद्देश्य से खोला जा रहा है, ताकि विश्वविद्यालय के किसी कर्मचारी को कोई साक्ष्य या जानकारी देनी हो तो वह आसानी से उन्हें दे सके।

एसटीएफ विश्वविद्यालय की बीएएएमएस परीक्षा की ही नहीं हर मामले की जांच करेगी। बीएड फर्जीवाड़े से लेकर चार्ट में गड़बड़ी व अन्य हर प्रकार की गड़बड़ी की जांच की जाएगी। जल्द ही सूचनाएं प्राप्त करने के लिए एक टेलीफोन नंबर जारी किया जाएगा। इसमें हर काल आटोमेटिक रिकार्ड होगी, जिससे कोई भी उच्च अधिकारी उसे सुन सके। कॉल करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। न तो उससे नाम पूछा जाएगा और न ही उसे बताने की अावश्यकता है। इस नंबर पर विश्वविद्यालय की हर तरह की गड़बड़ी की शिकायत की जा सकती है। इसके साथ ही एक ई मेल आइडी भी जारी की जाएगी। इस पर शिकायत और साक्ष्य दिए जा सकते हैं। विस्तृत जांच में हर तरह के माफिया की जानकारी की जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनकी रिपोर्ट शासन को देते हुए वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

विवेचना करती रहेगी पुलिस

एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि कापी बदलने के मामले में हरीपर्वत थाने में दर्ज दो मुकदमों की विवेचना पुलिस की एसआइटी ही करती रहेगी। एसटीएफ की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनकी गिरफ्तारी कर हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके बाद उस मुकदमे की विवेचना भी पुलिस टीम ही करेगी। एसटीएफ विश्वविद्यालय की हर प्रकार की जांच करेगी।

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