Anuva kakkar: 20 हजार रुपये से शुरू किया स्टार्टअप, गुरुग्राम में मेट्रो स्टेशन के बाहर बेची हाट चाकलेट ड्रिंक, आज पाया ये मुकाम
Anuva kakkar Agra News In Hindi आफिस के काफी मग से निकली स्टार्टअप की भाप। गुरुग्राम में अवकाश के दिन मेट्रो स्टेशन के बाहर बेची हाट चाकलेट ड्रिंक l अब अपनी कंपनी बना रही तरह-तरह के स्वाद की चाकलेट। अनुवा कक्कड़ के पिता मुनेंद्र कक्कड़ व्यापारी हैं और मां किरन सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी हैं। छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है।
जागरण संवाददाता, अविनाश जायसवाल, आगरा। गुरुग्राम में मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करने के दौरान आगरा की अनुवा को कार्यालय की काफी और चाय की चुस्कियों में स्टार्टअप की राह दिखाई दे गई। मात्र बीस हजार रुपये से विभिन्न स्वादों का चाकलेट पाउडर बनाकर आज कंपनी बुलंदी पर है। टीवी चैनल पर प्रसारित हो रहे शार्क टैंक रियल्टी शो में आज उनकी कहानी प्रसारित की जाएगी।
आगरा की अनुवा कक्कड़ ने निजी कालेज से बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) की पढ़ाई करने के बाद गुरुग्राम में सेल्स कंपनी में नौकरी शुरू की। अनुवा ने बताया कि काम के दौरान कार्यालय में साथियों को काफी और चाय की चुस्कियां लेते देख पीने के लिए कुछ नया बनाने का विचार आया।
बातों बातों में शुरू किया बिजनेस
कार्यालय में अन्य लड़कियां चाकलेट खाने की शौकीन थीं। दोनों बातों को मिला कर पीने वाली चाकलेट बनाने का विचार किया। लोगों का रुझान देखने के लिए अवकाश के दिन मेट्रो स्टेशन के बाहर हाट चाकलेट ड्रिंक बनाकर बेचना शुरू किया। लोगों द्वारा सराहना किए जाने पर इसे व्यापार के रूप में शुरू करने की ठान ली। लाकडाउन में स्वजन ने नौकरी छोड़ घर आने को कह दिया।टिगल नाम से शुरू की कंपनी
घर आकर बचत के बीस हजार रुपयों से अप्रैल 2021 में ‘टिगल’ नाम से कंपनी शुरू की। चाकलेट पाउडर बनाना शुरू किया। अपनी वेबसाइट बनाकर आनलाइन बेचा तो कुछ ही समय में मांग बढ़ने लगी। मुहल्ले के सब्जी वाले की बेटी को साथ लिया। पहले वर्ष 70 लाख, दूसरे वर्ष 75 लाख का कारोबार हुआ। बीते वर्ष स्टार्टअप में साझेदारी के लिए ‘शार्क टैंक’ शो में आवेदन किया था। बुधवार रात यह प्रसारित होगा।
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हाट और आइस चाकलेट के प्रीमिक्स
अनुवा ने बताया कि वो हाट और आइस चाकलेट के कई स्वादों के प्रीमिक्स बनाती हैं। कुल मांग का 90 प्रतिशत आनलाइन आर्डर मिलता है। कंपनी का नाम टिगल उन्होंने टिकल यानि गुदगुदी और गिगल यानि खुश शब्द से लिया है। उर्जावान नाम सोचने के लिए एक माह का समय लगा था।
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अनुवा ने बताया कि तमिलनाडु में फार्मों से साझेदारी कर कोको मंगाती हैं। जैगरी समेत अन्य सामान भी सीधे आगरा आता है। बिना शक्कर के जैगरी से भी चाकलेट को मीठा कर के पाउडर तैयार करते हैं। किरन ने बताया कि बेटी हमेशा कहती थी कि वो नौकरी करने की बजाय करवाएगी।
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