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यूपी में कांग्रेस की अंदरूनी कलह आई सामने, जिला कार्यकारिणी ने मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा सामूहिक इस्तीफा

लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह खुलकर बाहर आ गई है। जिले के मुखिया बदल जाने का विरोध किया जा रहा है। अरुण को जिलाध्यक्ष बनाने पर जिला इकाई ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संयुक्त रूप से इस्तीफा भेज दिया है। इस्तीफा देने वालों ने आरोप लगाया है कि फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार के कहने पर जिले की कमान बदली गई है।

By Ambuj Upadhyay Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 03 Apr 2024 10:50 AM (IST)
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यूपी में कांग्रेस की अंदरूनी कलह आई सामने, जिला कार्यकारिणी ने मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा सामूहिक इस्तीफा

जागरण संवाददाता, आगरा। लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह खुलकर बाहर आ गई है। जिले के मुखिया बदल जाने का विरोध किया जा रहा है। अरुण शर्मा को जिलाध्यक्ष बनाने पर जिला इकाई ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को संयुक्त रूप से इस्तीफा भेज दिया है।

इस्तीफा देने वालों ने आरोप लगाया है कि फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार के कहने पर जिले की कमान बदली गई है। यह ठीक नहीं है। संगठन को साथ लेकर चलना होगा। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर गठबंधन की ओर से कांग्रेस ने प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर अब तक हुए तीन लोकसभा चुनाव में से पार्टी दो चुनावों में दूसरे स्थान पर रही है।

पार्टी ने जिलाध्यक्ष पद पर किया था बदलाव

पार्टी इसे अपनी मजबूत सीट मानकर लड़ना चाहती है, लेकिन संगठनात्मक निष्क्रियता की सूचना पर स्थानीय नेतृत्व में बदलाव किया गया है। तीन दिन पहले हटाए गए जिलाध्यक्ष राघवेंद्र मीनू अपनी पत्नी के लिए भी टिकट मांग रहे थे। इस कारण उन पर पूरे मन से चुनाव प्रचार में टीम के साथ नहीं जुटने के आरोप लग रहे थे। इसके बाद बदलाव हुआ है। वहीं जिलाध्यक्ष को बदलने का विरोध किया जा रहा है।

इस्तीफा देने वाले जिला उपाध्यक्ष संजीव नागर ने बताया कि प्रत्याशी और संगठन में तालमेल में कमी आ रही थी। इस कारण जिलाध्यक्ष को परिवर्तित किया गया है। अगर ऐसा था तो बदलाव की जगह आपसी तालमेल बैठाने का प्रयास किया जाना चाहिए था। चुनाव के समय में पार्टी को क्षति पहुंचाने वाला निर्णय है। इसलिए कार्यकारिणी ने सामूहिक इस्तीफा दिया है।

संजीव नागर के अलावा उपाध्यक्ष शानू खान, रेखा रानी, दिलीप वर्मा, हरजिंदर, संदीप पांडे और राम बाबू सिंघल, महासचिव प्रशांत शर्मा, महेश मुदगल, बीपी गुर्जर, मुकेश कुमार शाक्य, लेखराज जाटव समेत 37 पदाधिकारियों ने इस्तीफा भेजा है। जिलाध्यक्ष अरुण शर्मा का कहना है कि अध्यक्ष बदलते ही कार्यकारिणी तो स्वयं ही भंग हो जाती है। अभी हम चिंतन कर रहे हैं और दो दिन में पार्टी के सभी वर्तमान, पूर्व पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगामी बिंदुओं पर निर्णय होगा।

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