Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Agra News: 'कमिश्नरेट नहीं कमीशन की रेट', विधायक डा. जीएस धर्मेश ने अपनी ही सरकार में पुलिस के खिलाफ खोला मोर्चा

Agra Police भाजपा विधायक के आरोपों ने एक तरफ अपनी ही सरकार में पुलिस पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि आगरा कमिश्नरेट की पुलिस यूपी सरकार की छवि खराब कर रही है। वहीं अन्य पार्टियों को उन्होंने मुद्दा दे दिया है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेताओं का कहना है कि भाजपा विधायक की आंखें अब खुली हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 24 Sep 2024 11:19 AM (IST)
Hero Image
Agra News: भाजपा के विधायक हैं डा. जीएस धर्मेश।

जागरण संवाददाता, आगरा। भाजपा विधायक डा. जीएस धर्मेश ने अपनी ही सरकार में कमिश्नरेट की पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। उन्होंने प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने और भूमाफिया को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं।

विधायक का कहना है कि पुलिस प्रदेश सरकार की छवि खराब कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर वे साक्ष्यों के साथ शिकायत करेंगे। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने विधायक के आरोपों की जांच एसीपी छत्ता को सौंप दी है।

जीरो टोलरेंस की नीति को पलीता लगा रहे

आगरा छावनी विधायक डा. जीएस धर्मेश का कहना है कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और कुछ एसीपी मुख्यमंत्री की अपराध पर जीरो टोलरेंस की नीति को पलीता लगा रहे हैं। भूमाफिया और अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस उन्हें संरक्षण दे रही है।भाजपा के दायित्ववान कार्यकर्ताओं को गंभीर धाराओं में जेल भेजा जा रहा है। पुलिस की लचर पैरवी के कारण न्यायालय से भूमाफिया और अपराधी आए दिन बरी हो रहे हैं। एक सप्ताह पहले छत्ता पुलिस ने वारंटी को गिरफ्तार कर लिया। दो घंटे बाद ही थाने से छोड़ दिया।

सरकार की छवि हो रही खराब

विधायक ने कहा है कि आगरा कमिश्नरेट नहीं बल्कि कमीशन की रेट हो गई है। सरकार की स्वच्छ छवि खराब हो रही है। इसको लेकर साक्ष्यों के साथ जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय का कहना है कि छावनी विधायक द्वारा उठाए गए मामले की एसीपी छत्ता को जांच दे दी है। एक सप्ताह में उनसे रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

भाजपा विधायक ने दे दिया विपक्ष को राजनीतिक मुद्दा

भाजपा विधायक डा. जीएस धर्मेश के अपनी ही सरकार में पुलिस पर सवाल उठाने से विपक्ष को मुद्दा मिल गया। बसपा और सपा नेताओं ने विधायक के बयान का समर्थन करते हुए कटाक्ष किए हैं।उन्होंने कहा है कि सिस्टम में कहीं न कहीं तो गड़बड़ है जो पार्टी के ही विधायक सवाल उठा रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विचार करना चाहिए।

ये भी पढ़ेंः UP News: मां से रेप के दोषी बेटे को आजीवन कारावास, बड़ी अम्मी को बनाना चहता था बेगम; 51 हजार रुपये का जुर्माना

ये भी पढ़ेंः शाहजहांपुर में बीच सड़क गोलियां चलने से भगदड़, साले-बहनोई के झगड़े में बीच-बचाव को आए भाजपा नेता पर फायर झोंका

बसपा जिलाध्यक्ष बोले, देर से खुलीं आंखें

बसपा जिलाध्यक्ष विमल वर्मा का कहना है कि देर से ही सही आंखें तो खुल गईं। जब भाजपा के विधायक ही पुलिस पर इतने गंभीर आरोप लगा रहे हैं तो इससे समझा जा सकता है कि आम आदमी पुलिस से कितना त्रस्त होगा। पुलिस केवल वसूली का कार्य कर रही है। कमिश्नरेट बनने के बाद यह वसूली और बढ़ गई है। बाजारों में नोटिस के नाम पर दुकानदारों से वसूली की जा रही है। पीड़ितों का थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है।

सपा जिलाध्यक्ष ने कहा

सपा महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार का कहना है कि प्रदेश सरकार जीरो टाेलरेंस और भ्रष्टाचार नहीं होने की बात करती है, लेकिन सत्ता पक्ष के विधायक ही आगरा कमिश्नरेट पुलिस को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। इससे समझ सकते हैं कि सिस्टम में कहीं न कहीं गड़बड़ है। इससे पूर्व भी प्रदेश के अन्य विधायक इस तरह के आरोप लगाते रहे हैं। विधायक बताएं कि कहां भ्रष्टाचार हो रहा है?