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Agra News: लड़कियां नहीं यहां लड़के पढ़ते हैं गृहविज्ञान, ग्रिल्ड बर्गर-सैंडविच और शाही टोस्ट का लाजवाब स्वाद

यहां लड़के पढ़ते हैं गृहविज्ञान बनाते हैं लजीज व्यंजन। छात्रों ने निरीक्षण के दौरान प्रयोगात्मक परीक्षा ले रहे शिक्षकों को इन व्यंजनों को तैयार करने की पूरी विधि पूछी तो शिक्षक भी उनके आत्मविश्वास को देख खुश हो गए। अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए चुना है गृहविज्ञान। होटल में शेफ से लेकर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं छात्र।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 02 Sep 2023 10:32 AM (IST)
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यहां लड़के पढ़ते हैं गृहविज्ञान, बनाते हैं लजीज व्यंजन।
आगरा, जागरण संवाददाता। गृहविज्ञान सिर्फ छात्राओं का विषय नहीं, छात्र भी इसे पढ़कर काफी कुछ सीखने के साथ एक नई विधा में भी पारंगत हो सकते हैं। इसी सोच के साथ जिला जेल रोड खंदारी स्थिति श्रीराम कृष्ण इंटर कालेज के छात्रों के बीच यह नया प्रयोग किया, तो छात्रों ने इसे खूब पसंद किया।

स्वादिष्ट व्यंजन खुद तैयार कर किया प्रदर्शन

गृहविज्ञान की प्रयोगात्मक परीक्षा में छात्रों ने एक से बढ़कर एक शानदार और स्वादिष्ट व्यंजन खुद तैयार कर उनका प्रदर्शन किया। इस प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए छात्र बाकायदा हाथों में ग्लब्ज, कमर में एप्रैन, सिर पर टोपी पहने एक शेफ का वेश धारण कर स्कूल पहुंचे और विभिन्न खाद्य से उन्होंने ग्रिल्ड बर्गर और सैंडविच, शाही टोस्ट, पास्ता, मोमोज जैसे कई स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। एक छात्र तो ग्रिल्ड सेंडविच बनाने के लिए अपने साथ ग्रिलिंग मशीन तक ले आया। कुछ छात्रों ने मीठे में पुडिंग और खीर तैयार की, जिसका स्वाद सभी ने खूब सराहा। 

ऐसे हुई शुरुआत

स्कूल प्रधानाचार्य सोमदेव सारस्वत बताते हैं कि जब कोई उन्हें बोलता था कि गृहविज्ञान विषय सिर्फ लड़कियों के लिए है, तो उन्हें बहुत बुरा लगता था। मेरी सोच में आज बराबरी के दौर में लड़का-ल़ड़की के बीच भेद नहीं रहा, तो विषयों में भी हमें इसे नहीं रखना चाहिए। इससे समाज में नकारात्मकता आती है इसलिए मैंने आठवीं में छात्रों को पुस्तक कला के स्थान पर गृहविज्ञान वैकल्पिक विषय के रूप में लेने को प्रेरित किया। असर यह रहा कि पहले ही वर्ष में आठवीं के सभी 80 छात्रों ने इसे वैकल्पिक विषय के रूप में चुना है। आज प्रयोगात्मक परीक्षा में सभी छात्रों ने छात्राओं के साथ मिलकर स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए हैं।

नवाचार से खुलेंगे रोजगार के रास्ते

प्रधानाचार्य का कहना है कि आज पुरुष भी होटल, रेस्टोरेंट के साथ अपनी स्टाल लगाकर खाने के काम से अच्छा धनार्जन कर रहे हैं। रोजगार के नए क्षेत्र के लिए कार्य कुशलता प्रदान करने के लिए हमने यह शुरूआत की। इसका परिणाम यह रहा कि नौवीं के विद्यार्थियों ने इस विषय को पढ़ने की इच्छा जताई। इसके बाद हमने उनके लिए ही आधा घंटे की हावी कक्षा संचालित की है। अगले वर्ष से आठवीं से 12वीं तक के लिए हम इसे बढ़ा देंगे।

करेंगे अपना व्यवसाय

छात्र रोहित का कहना था कि उसे खाना पकाना पसंद था, लेकिन घर में बता नहीं पाता था। स्कूल में गृहविज्ञान विषय मिला, तो पढ़ाई में होने के कारण अपनी इच्छा के व्यंजन बनाने लगा। इससे अब कोई झिझक भी नहीं रही। छात्र राजकुमार ने बताया कि उसे फास्टफूड बनाना पसंद है। गृहविज्ञान विषय लेने के बाद इन्हें बनाना सीखा। अब स्कूल खत्म होने के बाद आगे पढ़ाई करके मैं किसी होटल में शेफ बनना चाहता हूं। 

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