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Agra News: जोंस मिल जमीन घोटाले में 15 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार, 110 लोगों के बयान हो चुके हैं दर्ज

Agra News सरकारी जमीनों की गलत तरीके से की गई है बिक्री डूब क्षेत्र की भी जमीन शामिल। ईओडब्ल्यू कानपुर की टीम ने कलक्ट्रेट से जुटाए साक्ष्य। जीवनी मंडी रोड स्थित एक फैक्ट्री में 19 जुलाई 2020 को हुआ था बम विस्फोट।

By amit dixitEdited By: Tanu GuptaUpdated: Wed, 23 Nov 2022 01:04 PM (IST)
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जोंस मिल जमीन का फाइल फोटो। ये जमीन फिर चर्चा में है।
आगरा, जागरण संवाददाता। जोंस मिल जमीन घोटाले में 15 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार हो गया है। यह अगले सप्ताह तक दाखिल होगा। इन सभी लोगों ने जीवनी मंडी रोड स्थित सरकारी जमीन की गलत तरीके से बिक्री की है। यहां तक डूब क्षेत्र की भी जमीन बेच दी है। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) कानपुर की टीम ने दस दिनों में तीन बार कलक्ट्रेट से साक्ष्य जुटाए हैं। अब तक 110 लोगों के बयान दर्जन हो चुके हैं। इसमें तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं।

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दो साल पहले चर्चा में आई थी जोंस मिल की जमीन

जीवनी मंडी रोड स्थित एक फैक्ट्री में 19 जुलाई 2020 को बम विस्फोट हुआ था। तत्कालीन डीएम प्रभु एन सिंह के आदेश पर एडीएम प्रशासन निधि श्रीवास्तव ने इसकी जांच की। दिसंबर 2020 में इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी गई। फरवरी 2021 में जिलास्तरीय एंटी टास्क फोर्स ने रज्जो जैन, चुनमुन अग्रवाल और कंवलदीप सिंह को भू माफिया घोषित किया। रज्जो जैन की करोड़ों रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया। इस बीच इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू कानपुर को ट्रांसफर हो गई। विवेचना अधिकारी शिव कुमार ने बताया कि 15 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार हो गया है। इन सभी लोगों ने सरकारी जमीन को किसी न किसी रूप में बेचा है। कलक्ट्रेट से कुछ साक्ष्य जुटाए गए हैं।

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