Loan के नाम पर कहीं आपके पास भी तो नहीं आता फोन, ये खबर बन सकती है आपके लिए बड़ा सबक
Cyber Crime कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी से ठगी साइबर रेंज थाने में शिकायत। साइबर शातिरों ने दिया था बिना गारंटी पांच लाख लोन दिलाने का झांसा।
आगरा, जागरण संवाददाता। साइबर शातिरों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी को पांच लाख रुपये लोन दिलाने का लालच देकर उससे एक लाख 18 हजार रुपये ठग लिए। शातिरों ने उसे बिना गारंटी के 24 घंटे में लाेन दिलाने का झांसा दिया था। धोखाधड़ी का पता चलने पर पीड़ित ने साइबर रेंज थाने में शिकायत की है।
कंपनी का कार्यालय न्यू आगरा थाना क्षेत्र में है। कंपनी के कर्मचारी वैभव के पास एक महीने पहले साइबर शातिरों ने कॉल की। वैभव काे बताया कि उसकी फाइनेंस कंपनी द्वारा पांच लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के 24 घंटे में दिया जाता है। इसके लिए लोन लेने वाले को कंपनी के कार्यालय आने की जरूरत नहीं होती।वह एक लिंक भेज रहे हैं। उस पर दिए गए फार्म में अपनी सारी जानकारी भरकर भेजनी है। इसके बाद फाइल लोन स्वीकृत होने वाले सेक्शन में जाएगी। वहां से स्वीकृत होते ही लोन की रकम उनके खाते में आ जाएगी। इस सारी प्रक्रिया में 24 घंटे लगेंगे। शातिर ने ब्याज भी काफी कम बताया।
इससे कर्मचारी वैभव उनके जाल में फंस गया। साइबर शातिरों ने वैभव के मोबाइल पर एक सप्ताह बाद लिंक भेजा। उसे क्लिक करते ही वेब पेज खुल गया। जिसमें वैभव ने सारी जानकारी भरकर मेल कर दी। शातिर ने फाइल को आगे बढ़ाने से पहले ग्यारह हजार रुपये जमा करने की कहा। वैभव को बताया कि लोन स्वीकृत कराने के लिए यह रकम देनी होती है। शातिर द्वारा बताए खाते में रकम जमा करा दी। इसके अगले दिन वैभव के पास शातिर ने फाइनेंस कंपनी का अधिकारी बनकर फोन किया। उन्हें बताया कि फाइल में कई कमियां हैं। इसे दूर करने के लिए 21 हजार रुपये देने होंगे। वैभव ने यह रकम भी जमा करा दी। इसके बाद 20 हजार रुपये और जमा करा लिए गए। दोबारा फिर रकम की मांग की गयी तो वैभव को शक हो गया। उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी।
साइबर शातिर ने कहाकि कंपनी रकम वापस कर देगी। मगर, कंपनी चेक 1.18 लाख से कम का नहीं बनाती है।इसलिए बाकी रकम जमा करनी होगी। वैभव से 65 हजार रुपये और जमा करा लिए। इसके बाद शातिरों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। पीड़ित ने साइबर रेंज थाने में शिकायत की है।