Dev Deepawali 2022: आगरा की महिलाएं आज सनातन धर्म के लिए करेंगी दीपदान, दयालबाग में रोशन होंगे 1008 दीप
Dev Deepawali 2022 देव दीपावली आज दयालबाग में सजाई जाएगी दीपमाला। पूरे क्षेत्र में 1008 दीपक प्रज्जवलित करने का लक्ष्य। मंदिरों और घाटों पर होंगे दीपदान के आयोजन। शाम 5.14 बजे से 7.49 बजे तक होगा दीपदान का शुभ मुहूर्त। पूजन अवधि दो घंटे 32 मिनट तक रहेगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। आज दीपावली है, देवों की दीपावली। वो दीपावली जब धरती पर जले दीप जगमगाते हैं देवों के लिए। पवित्र सरोवर- नदियों के साथ साथ मंदिर और घरों में लोग दीपदान करके नकारात्मकता के तमस का अंत करने की देवताओं से जनमानस प्रार्थना करता है। सनातन धर्म की सेवा हेतु आज दयालबाग क्षेत्र की महिलाएं शाम साढ़े पांच बजे दयालबाग स्थित कल्याणी हाईट्स से बूढ़ी का नगला तक और मंगलम स्टेट से सौ फुटा जीवन ज्योति, सरला बाग, सरला बाग एक्सटेंशन तक दीपमाला सजाएंगी।
कार्यक्रम संयोजक बांकेबिहारी धाम निवासी श्वेता अग्रवाल व विनीत मित्तल ने बताया कि देव-दीपावली को सामूहिक रूप से मनाने के लिए क्षेत्र की महिलाओं ने यह निर्णय लिया है। इसके लिए अब तक 75 महिलाओं का ग्रुप बन चुका है, जो रोड पर डिवाइडर पर 1008 दीपों की माला सजाएंगी। साथ ही जगह- जगह फूलों और रंगों से रंगोली सजेगी। अन्य महिलाएं अपने घरों पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस कार्यक्रम का उदृेश्य युवा पीढ़ी को सनातन धर्म के महत्व से अवगत कराना है। दीपदान के पीछे विज्ञान में निहित है। एक साथ हजारों दीपों की रोशनी से नकारात्मक उर्जा का नाश होता है। जिसमें डेंगू, मलेरिया जैसे संक्रमण फैलाने वाले कीटाें का नाश भी होता है।
देव दीपावली का महत्व
पं. चंद्रेश कौशिक ने बताया कि देव दीपावली को त्रिपुरोत्सव व त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया था, उसके आतंक से मुक्ति मिलने पर प्रसन्न देवताओं ने स्वर्ग में दीप जलाए थे। इस दिन पवित्र नदीं में स्नान व दान का विशेष महत्व है।
ये है दीपदान का मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि सात नवंबर को शाम 4.15 बजे से शुरू होकर आठ नवंबर को शाम 4.31 बजे तक रहेगी। देव-दीपावली पर सूर्यास्त के बाद दीपदान होता है, इसलिए देव-दीपावली सोमवार को मनाई जाएगी। इसका शुभ मुहूर्त शाम 5.14 बजे से 7.49 बजे तक रहेगा। पूजन अवधि दो घंटे 32 मिनट तक रहेगी।
मंदिरों और घाटों पर होंगे आयोजन
देव-दीपावली पर शहरभर के मंदिरों और यमुना घाटों पर दीपमाला सजाई जाएगी। घरों में भी पांच-पांच दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।