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दिल्ली की गद्दी तक पहुंचने से पहले ही कांग्रेस में रार, प्रचार छोड़िए कार्यकारिणी ही नहीं तैयार, यहां दिया है सामूहिक इस्तीफा

Agra News In Hindi दिल्ली की संसद तक पहुंचने के लिए पार्टी ने सपा से गंठबंधन किया है। लेकिन पार्टी में आंतरिक गतिरोध तो पहले ही चरम पर था लेकिन रविवार को पार्टी ने जिला और शहर नेतृत्व परिवर्तित कर दिया था। राघवेंद्र सिंह मीनू की जगह जिलाध्यक्ष की कमान अरुण शर्मा को दी गई है। इसके बाद से विरोध जमकर हो रहा है।

By Ambuj Upadhyay Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 06 Apr 2024 05:19 PM (IST)
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कांग्रेस में रार, चुनाव प्रचार छोड़िए कार्यकारिणी ही नहीं तैयार

जागरण संवाददाता, आगरा। कांग्रेस में रार खुलकर बाहर आ गई है। जिलाध्यक्ष में बदलाव के बाद अब चुनाव प्रचार को लेकर टीम ही उपलब्ध नहीं है। पुरानी कार्यकारिणी ने विरोध जताते हुए सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव के ठीक पहले पार्टी के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है।

कांग्रेस-सपा गठबंधन से दिल्ली की गद्दी पर पहुंचने के प्रयास में हैं। फतेहपुर सीकरी लोकसभा से रामनाथ सिकरवार को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है और जिला क्षेत्र में आने वाली इस लोकसभा में जिला इकाई की जिम्मेदारी हैं। 

जिले की पूरी इकाई और ब्लाक तक के पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफे नेतृत्व को भेज दिए थे। नए कार्यकारिणी गठित करने का प्रयास हो रहा है, लेकिन सदस्यों को लेकर मुश्किल आ रही है। पुराने पदाधिकारियों को प्रलोभन दिया जा रहा है, लेकिन अधिकांश तैयार नहीं है। इस कारण तकरार की स्थिति भी बनी हुई है।

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जिले के कुछ पदाधिकारियों ने पिछले दिनों जिलाध्यक्ष अरुण शर्मा पर अभद्रता करने का आरोप भी लगाया था। कार्यकारिणी तैयार नहीं होने के कारण चुनाव प्रचार को धार नहीं मिल पा रही है। कांग्रेस प्रत्याशी निजी टीम और कुछ कार्यकर्ताओं के साथ ही प्रचार में जुटे हैं।

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प्रचार के लिए कुछ कार्यकर्ताओं का चयन किया गया है। अभी कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ है। गठन पार्टी का आंतरिक मामला है इसलिए साझा नहीं कर सकते हैं। अरुण शर्मा, जिलाध्यक्ष

जिलाध्यक्ष अरुण शर्मा से मेरी कोई वार्ता नहीं हुई है। कार्यकारिणी ने अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया है। उन्हें धमकाया जा रहा है, जिससे कोई कार्य करने को तैयार नहीं है। राघवेंद्र सिंह मीनू, पूर्व जिलाध्यक्ष