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टैबलेट पाकर खिले मेधावियों के चेहरे, बोले कर सकेंगे परीक्षा की तैयारी

मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में 171 मेधावियों को बांटे गए टैबलेट कोविड-19 से प्रभावित हुए 24 विद्यार्थियों को दिए गए लैपटाप

By JagranEdited By: Updated: Thu, 06 Jan 2022 11:21 PM (IST)
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टैबलेट पाकर खिले मेधावियों के चेहरे, बोले कर सकेंगे परीक्षा की तैयारी

आगरा, जागरण संवाददाता । सूरसदन में गुरुवार को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत 171 मेधावियों को टैबलेट और कोविड-19 महामारी से प्रभावित 24 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत लैपटाप बांटे गए। ग्रामीण व निर्बल आय वर्ग के परिवारों के बच्चों के चेहरे टैबलेट मिलने से खिले नजर आए। अतिथियों ने बच्चों को टैबलेट व लैपटाप का सदुपयोग पढ़ाई में करने को कहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व वंदना से हुआ। क्वींस विक्टोरिया ग‌र्ल्स इंटर कालेज की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। राज्य मंत्री खाद्य प्रसंस्करण, नियोजन डा. जीएस धर्मेश ने कहा कि उप्र सरकार में पारदर्शिता के साथ काम हुआ है। पांच लाख भर्तियां बिना किसी भ्रष्टाचार के हुई हैं। उन्होंने अभ्यर्थियों और बच्चों से टैबलेट व लैपटाप का सदुपयोग पढ़ाई में करने को कहा। राज्यमंत्री औद्योगिक विकास धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि कोरोना काल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे गरीब परिवारों के बच्चों के अध्ययन को सुचारु रखने को अभ्युदय योजना शुरू की है। टैबलेट का सदुपयोग उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में करना चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया ने कहा कि भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। सरकार युवाओं की शिक्षा पर ध्यान दे रही है। विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में 80 करोड़ लोगों को भूखे पेट नहीं सोने दिया। अब स्वास्थ्य व शिक्षा की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया, उपनिदेशक समाज कल्याण अजयवीर सिंह यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी मनोज कुमार पुष्कर आदि मौजूद रहे। संचालन सुशील सरित ने किया। संसाधनों की नहीं होगी कमी

एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं तथा सिविल सेवा, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस आदि की तैयारी ग्रामीण क्षेत्र व निर्बल आय के परिवारों के मेधावी बच्चे संसाधनों की कमी के चलते नहीं कर पाते हैं। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना में 171 अभ्यर्थियों को टैबलेट दिए गए हैं। ऐसे 24 बच्चे जिनकी मां या पिता की मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई है और उनकी उम्र 18 वर्ष से कम है, नवीं कक्षा से ऊपर पढ़ रहे हैं, उन्हें लैपटाप दिए गए हैं। उन्हें पढ़ाई में संसाधनों की कमी नहीं आएगी। मायूस नजर आईं अंशिका

ईदगाह कटघर निवासी अंशिका माहौर सूरसदन पहुंची थीं। उनके पिता का निधन सितंबर में कोरोना संक्रमण के चलते हो गया था। अंशिका ने बताया कि वो नीट की तैयारी कर रही हैं, लेकिन उन्हें आवेदन के बावजूद टैबलेट या लैपटाप नहीं मिला। ईयरफोन और मिलना चाहिए था

अभ्यर्थियों को टैबलेट के जो बाक्स दिए गए थे, उनमें ईयर फोन नहीं था। इस पर अभ्यर्थी आपस में चर्चा करते रहे कि ईयर फोन भी मिलना चाहिए था। बाद में सभी को अलग से ईयर फोन बंटवाए गए। टैबलेट मिलने पर अच्छा महसूस हो रहा है। लाकडाउन होने पर सिर्फ आनलाइन क्लास लगती हैं। टैबलेट का उपयोग मैं पढ़ने में करूंगी।

-सुमन गुप्ता, बैकुंठी देवी कालेज मेरे पास अब अपना टैबलेट है। इसका उपयोग सिविल सर्विस की आनलाइन तैयारी में करूंगी। आनलाइन पढ़ाई कर अच्छी तैयारी कर सकूंगी।

-सोनिया राजपूत, चौधरी रघुनाथ सिंह कालेज सरकार से पहला उपहार मिला है। मोबाइल फोन में स्टोरेज कम है। टैबलेट में आसानी से कोर्स से संबंधित पीडीएफ फाइल सेव कर सकूंगी।

-नीरजा सिंह, आगरा कालेज प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में टैबलेट काम आएगा। आनलाइन कोचिग से तैयारी कर सकूंगा। टैबलेट में आसानी से डाटा सेव हो सकेगा।

-शक्ति शर्मा, अभ्युदय कोचिग

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