Agra News: पति ने रानी बनाने का वादा किया था, अब हो गई ऐसी हालात कि छह महीने से बाजार की शक्ल भी नहीं देखी, पुलिस के सामने छलका पत्नी का दर्द
UP News सोफे पर बराबर में नहीं बैठाता था साथ लेकर बाजार नहीं जाता। पत्नी को जल्दी ही पति और ससुराल वालों द्वारा किए जा रहे नौकरानी जैसे बर्ताव का अहसास हो गया। वह मायके आ गयी पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस तक मामला पहुंचा तो सुलह कराने के लिए काउंसलर ने अगली तारीख दी है।
जागरण संवाददाता, आगरा। सर, रानी बनाकर रखने का वादा करके सात फेरे लेने के बाद विदा कराके लाया था। पांचवीं पास होने के बावजूद उच्च शिक्षित संपन्न परिवार में खुद की शादी होने पर भाग्य का धनी मान रही थी। यहां तो मामला उल्टा निकला।
पति ने रानी की जगह नौकरानी बना दिया। सोफे पर अपने बराबर में नहीं बैठाता है। जमीन पर बैठाता है। सुबह रसोई, दोपहर घर की साफ-सफाई और बाकी बचा समय ससुराल वालों के कपड़े धोने में निकल जाता है।
एक बार भी बाजार नहीं ले गया पति
शादी के छह महीने हो गए, एक बार भी बाजार साथ घुमाने नहीं ले गया।आप ही बताओ पति और ससुराल वालों से कैसे निभाऊं, काउंसलर के सामने पत्नी ने शिकायतों का पिटारा खोला तो पति और ससुराल वालों के पास कोई उत्तर नहीं था।
ससुराल वाले हैं उच्च शिक्षित
रविवार को परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलर के सामने दंपती का मामला पहुंचा। पत्नी ने बताया कि छह महीने पहले शादी हुई है। उसका मायका गरीब है, पति और ससुराल वाले उच्च शिक्षित और संपन्न हैं। इतने बड़े घर में शादी से वह परिवार वाले बेहद खुश थे।
काउंसलर ने पति-पत्नी की काउंसलिंग की। इसमें सामने आया कि पति सांस की बीमारी से पीड़ित है। इसलिए ससुराल वालों ने गरीब घर की युवती से शादी की। इससे कि वह चुपचाप पति की सेवा करती रहे। अपने अधिकार के बारे में कुछ न बोले।
मगर, जब पति उसे अपने साथ सोफे की जगह पत्नी को जमीन पर बैठने की कहता। उससे ऐसा बर्ताव करता, जैसे कि वह नौकरानी हो। दिन भर पति और ससुराल वालों के इशारे पर नाचती रहे। काउंसलर ने पति और ससुराल वालों से बातचीत की। इसके बाद सुलह के लिए दोनों को अगली तारीख पर बुलाया है।
सात महीने मांगी माफी, अबोध बेटे ने कराई सुलह
मोबाइल देखने पर टोका ताे पति ने गर्भवती पत्नी को चांटा मार दिया।अगली सुबह पति ने माफी भी मांगी। नाराज पत्नी ने माफ नहीं किया, मायके आ गई। इस दौरान पति ने कई बार माफी मांगी, लेकिन बात नहीं बनी। सात महीने से मायके में रह रही पत्नी ने बेटे को जन्म दिया।
पति ने पत्नी को मनाने के लिए पुलिस की मदद ली। काउंसलर ने पति-पत्नी दोनों को बुलाया था। पत्नी एक महीने के अबोध बेटे को लेकर आयी थी। उसे देख पति की आंख नम हो गईं। पत्नी से वादा किया कि वह भविष्य में दोबारा इस तरह की हरकत नहीं करेगा। इसके बाद पत्नी साथ चलने काे तैयार हुई,पति को अबोध बेटे काे गोद में दिया।
रविवार को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग के लिए 35 जोड़े आए थे। सात जोड़ों में सुलह हो गई। आठ मामलों में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए।