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आगरा में मीटर रीडरों को दी ट्रेनिंग, अब अधिकारियों को नहीं करना होगा बिल संशोधित

डीवीवीएनएल के उपकेद्रों पर मीटर रीडरों को दी गई तकनीकी जानकारी। उपखंड अधिकारियों को गलत बिल बनाने की मिल रही थीं लगातार शिकायत। उपभोक्ता भी बार-बार बिल संशोधित कराने के लिए बिजली घरों का चक्कर लगा रहेे हैं।

By Prateek GuptaEdited By: Updated: Wed, 02 Dec 2020 06:28 PM (IST)
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पावर कॉरपोरेशन मुख्‍यालय पर मीटिंग रीडर्स को ट्रेनिंग दी गई।

आगरा, जागरण संवाददाता। बिजली उपभोक्ताओं को सही और समय पर बिल मिलेगा। मीटर रीडर घर-घर जाकर नियमानुसार बिल तैयार करेंगे। उपभोक्ताओं को भी बिल संशोधन कराने का मौका नहीं दिया जाएगा। इसके लिए देहात के बिजली घरों पर मीटर रीडरों को तकनीकी जानकारी दी गई है।

दक्षिणांचल विद्यतु वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) की सिकंदरा सहित देहात में बिजली सप्लाई है। बिजली अधिकारियों को देहात के उपभोक्ताओं के गलत बिल बनने की शिकायत मिल रही थी। उपभोक्ता भी बार-बार बिल संशोधित कराने के लिए बिजली घरों का चक्कर लगा रहेे हैं। इसलिए मुख्य अभियंता एके चौधरी के निर्देश पर उपखंड अधिकारी व अवर अभियंताओं ने अपने-अपने उपकेंद्र के मीटर रीडरों को तकनीकी जानकारियां दी हैं। उनसे मीटर की रीडिंग लेते समय उपभोक्ता से संपर्क करने के लिए भी कहा गया है और मीटर रीडरों को सख्त निर्देश दिए गए है कि गलत बिल न बनाएं। उपभोक्ता का गलत बिल मिलने पर संबंधित क्षेत्र के मीटर रीडर के खिलाफ कार्रवाई होगी। ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा पहले ही कार्रवाई के निर्देश दे चुके हैं।

बकाएदारों को करें प्रेरित

मीटर रीडर बिल देने घर-घर जाते हैं। इसलिए जिन उपभोक्ता पर बकाया है। उन पर तगादा करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे उपभोक्ता बिल जमा कर सके और विभाग के राजस्व में वृद्धि हो। इसके लिए प्रत्येक उपभोक्ता से संपर्क बनाने के लिए कहा गया है।

इसलिए बने गलत बिल

बाईंपुर निवासी उपभोक्ता राजेश शर्मा ने सिकंदरा उपखंड कार्यालय में गलत बनाने की शिकायत की। राजेश ने शिकायत पत्र में कहा कि मेरे घर तीन महीने से कोई भी मीटर रीडर नहीं पहुंच था। सात नवंबर को तीन महीने का बिल बनाकर दे दिया गया। मीटर रीडर ने घर बैठकर बिल बनाया है।

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