Fire In Patalkot Express: कैसे लगी पातालकोट एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच में आग, पर्दाफाश के लिए फोरेंसिक टीम ने लिए सबूत
Patalkot Express Fire Update News In Hindi पातालकोट ट्रेन के जनरल कोच में आग के कारणों की जांच को फोरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं। टीम ने जनरल कोच से जली और अधजली चीजों को एकत्रित किया है। फर्श सीट और छत से स्वैब का नमूना लिया गया है। ट्रेन में आग लगने के बाद कई गाड़ियां लेट हो गई।
जागरण संवाददाता, आगरा। मथुरा से झांसी की ओर आ रही पातालकोट एक्सप्रेस की दो जनरल बोगी में बुधवार को भांडई रेलवे स्टेशन के पास तेज धमाके के बाद आग लग गई। कोच में यात्रा करते लोगों में दहशत और भगदड़ मच गई।
पातालकोट एक्सप्रेस के जनरल कोच में आग लगने के कारणों की फोरेंसिक टीम जांच करेगी। बुधवार शाम को घटना के बाद फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने दोनों कोच की दो घंटे से अधिक समय तक जांच की। दोनों कोच से अलग-अलग 10 नमूने एकत्रित किए हैं। फोरेंसिक परीक्षण के बाद टीम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी।
दोनों कोच से लिए नमूने
पुलिस फोरेंसिक टीम शाम करीब पांच बजे घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने जनरल कोच से जली और अधजली वस्तुओं का नमूना लिया। इनमें कोच के फर्श और सीट पर जली पड़ी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा टीम ने दोनों कोच के फर्श, सीट और छत से केमिकल की मदद से स्वैब लिया। स्वैब की फाेरेंसिक जांच से यह पता लग सकेगा कि धमाके और आग का कारण विस्फोटक या रसायन तो नहीं था। टीम ने घटनास्थल से आठ नमूने लिए हैं।
आग लगने के कारणों पर बोले विशेषज्ञ
''दीपावली का समय है, संभव है कि कोई यात्री आतिशबाजी या उसे बनाने में प्रयोग होने वाला बारूद लेकर जा रहा हो। उसमें धमाका होने से आग लग लगी हो। आग जनरल कोच में लगी है, इसलिए शार्ट सर्किट की संभावना न के बराबर है। एसी कोच होने पर उसकी वायरिंग में आग लगने की आशंका रहती है। आग कारण दूसरा कारण पेट्रोलियम पदार्थ भी हो सकता है,किसी यात्री द्वारा माचिस या लाइटर से बीड़ी-सिगरेट जलाने की स्थित में आग लगने का अनुमान है।' डा. अतुल कुमार मित्तल पूर्व निदेशक फोरेंसिक लैब उत्तर प्रदेश लखनऊ
'ट्रेन की बोगी में आग लगने के दो प्रमुख कारण हो सकते हैं। पहला, कोई यात्री थैले या बोतल में आतिशबाजी, पेट्रोलियम पदार्थ लेकर जा रहा हो, बराबर में बैठै सहयात्री के माचिस जलाने पर आतिशबाजी में धमाका होने से आग लग गई हो। दूसरा, कभी-कभी ट्रेन के ब्रेक लगाने पर उससे चिंगारी निकलती हैं। कोच में लगी सभी चीजें सीट, उन पर किया गया पेंट सभी चीजें ज्वलनशील होती हैं। चिंगारी से आग सीट या पेंट में लगने से सुलग रही हो, जिसने ट्रेन के रफ्तार पकड़ते ही आग पकड़ ली हो।' शिवदयाल शर्मा सेवानिवृत्त मुख्य अग्निशमन अधिकारी