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Gardening Tips: इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो गर्मी में खिलखिलाएगी आपकी बगिया

Gardening Tips गर्मियों में गार्डनिंग करना आसान नहीं होता है। इस मौसम में आवश्यक बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। थोड़ी सी लापरवाही पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है। पौधाें की नमी धूप से बचाव के साथ− साथ समय समय पर खाद और कीटनाशक का छिड़काव है जरूरी।

By Tanu GuptaEdited By: Updated: Mon, 06 Jun 2022 04:44 PM (IST)
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बागवानी के लिए गर्मियों के मौसम में आवश्यक बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आगरा, जागरण संवाददाता। आजकल घर बड़ा हो या छोटा बगिया या पौधाें काे स्थान अधिकांशतः मिलता जरूर है। गार्डनिंग का शौक रखने वालों के लिए गर्मी का मौसम महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि उन्हें पौधों की देख-रेख करने के लिए ज्यादा समय देना पड़ता है। गर्मी में पौधों के खराब होने का खतरा ज्यादा होता है। सभी लोग अपने पेड़-पौधो को हरा-भरा देखना पसंद करते हैं। किचन गार्डन एक्सपर्ट सोनाली वशिष्ठ के अनुसार गर्मियों में गार्डनिंग करना आसान नहीं होता है। इस मौसम में आवश्यक बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। थोड़ी सी लापरवाही पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है। आमतौर पर यह देखा जाता है कि गर्मी के दिनों में पानी की कमी होने से लोग पेड़-पौधों की खुराक पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं।

1- इन पौधाें की अतिरिक्त देखभाल जरूरी

गर्मी के मौसम में जीनिया, विंकारोजिया, कोचिया, कॉसमॉस, सनफ्लावर, गैफ्रीना, मोगरा, फ्लाक्सो, पंसी, अजेलिया, जमेलिया, एन्थेरियम, लीली, गेंदा, आर्किट कलांचो, ब्लॉसम, डहेलिया, ग्लेडियालस, ओलियंडर, पोटिंटेला, स्मोक बुश, समरस्वीट, गुलाब और चमेली जैसे देशी-विदेशी किस्म के पौधे लगाए जाते हैं। पौधों के अनुसार उनकी देखभाल भी जरूरी हो जाती है।

2- मिट्टी की नमी का रखें ध्यान

जिस तरह हमें गर्मी बहुत लगती है, उसी तरह पेड़-पौधों को भी गर्मी में खास देख-रेख और रख-रखाव की आवश्यकता होती है। गर्मी में उनके खराब होने का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए पौधों में पानी डालने के लिए पानी के झरने, मग या बाल्टियों से पानी का छिड़काव करना चाहिए। आउटडोर पौधों पर दिन में एक या दो बार पानी जरूर दें। मिट्टी की नमी का ख्याल रखें, पेड़-पौधों के लिए अधिक पानी भी नुकसानदेह होता है। पानी के छिड़काव के पहले मिट्टी की नमी को परखें।

3- बिताएं कटाइ छटाइ में समय

पानी तब तक न डालें, जब तक मिट्टी सूखी न हो या फिर टहनियों या पत्तों पर पानी छिड़क कर छोड़ दें। इस समय गोबर खाद और वर्मी कॉम्पोस्ट खाद का प्रयोग पौधों के लिए करें। रासायनिक खाद का उपयोग गर्मी के दिनों में पौधों को नुकसान पहुंचाता है। हालांकि इंडोर पौधों को धूप की आवश्यकता नहीं होती, फिर भी कोशिश करें की ये खिड़कियों के आस-पास रहें। इससे इन्हें बढ़ने में मदद मिलेगी और हफ्ते में एक या दो बार कुछ समय के लिए घर से बाहर धूप में रखें। सूखे और मरे पत्तों, टहनियों और फूलों को सप्ताह में एक दिन जरूर छांटे।

4- कीटनाशक का करें इस्तेमाल

गर्मियों में बगीचे और पेड़-पौधों को कीटों से दूर रखने के लिए प्राकृतिक कीटनाशक का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से बगीचे का विकास अच्छी तरह होगा। कुछ पौधे ऐसे होते हैं, जिन्हें गर्मियों में धूप की जरूरत नहीं होती, इसलिए पहले से तय कर लें कि कौन-कौन से पौधे कहां रखने हैं। ऐसा करने से गार्डनिंग करने में काफी मदद मिलेगी। पौधों को हमेशा तर रखें, क्योंकि गर्मी के समय वातावरण पौधों से सारी नमी खींच लेता है। पौधों की जड़ों में से पानी सूख जाता है। इससे उन्हें जितना पोषण मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पाता। बेहतर होगा कि पहले से अपने पौधों को भरपूर पानी देते रहें। ऐसा करने से पौधे हमेशा फ्रेश और खिले-खिले रहेंगे।

5- करें तेज धूप से बचाव

पौधों के लिए प्राकृतिक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि यह मिट्टी की फर्टीलिटी को बढ़ाती है। साथ ही पौधों का विकास भी अच्छी तरह होता है। गर्मी के मौसम में ऐसे कई फूलदार पौधे भी हैं, जो केवल इसी सीजन में खासतौर पर दिखाई देते हैं। पौधों को तेज धूप से बचाना इस मौसम में बहुत जरूरी है। इसके लिए ग्रीन नेट का उपयोग करें। धूप और छांव के संतुलन पर भी ध्यान दें। गर्मी के मौसम में पौधों को पानी देने का सबसे बढ़िया समय या तो सुबह है या शाम, क्योंकि इस समय पानी ठंडा रहता है। बागवानी करने का उचित समय सुबह 8 बजे के पहले या शाम 5 बजे के बाद है। 

सोनाली वशिष्ठ 

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