Radha Soami Satsang Sabha; 'प्रसाद बंट चुका है, अभी मत जाओ और बंटने वाला है', पुलिस पर पथराव के बाद बोले
दयालबाग में टेनरी पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहा। टेनरी के बराबर में बने हिस्से में सत्संगी भी जुटे हुए थे। वहां से 200 मीटर दूर सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद थी। भीड़ को अपने बीच में सादे कपडों में पुलिस के मुखबिर होने की आशंका थी। इसके चलते भीड़ कूट भाषा में बात कर रही थी। करीब एक घंटे तक भीड़ वहां डटी रही।
आगरा, जागरण संवाददाता। क्या स्थित है? भीड़ के पूछने पर पहले से मौजूद युवकों ने कहा कुछ प्रसाद बंट चुका है, बाकी अभी और बंटने वाला है। आगे मत जाना, रुक जाओ। सत्संगियों और पुलिस के बीच टकराव के बाद पुलिस को रोकने के लिए जुटी भीड़ ने कूट भाषा में बात करना आरंभ कर दिया था।
सत्संगियाें से टकराव होने पर पुलिस ने भीड़ को लाठी से खदेड़ दिया था। इस दौरान कई को पुलिस की लाठियां भी पड़ीं। पुलिस के दौडाने पर भीड़ 200 मीटर दूर जाकर खड़ी हाे गई। वह कूट भाषा में बात करने लगी। प्रसाद बंटने से भीड़ का तात्पर्य पथराव से था। अभी और प्रसाद बंटने वाला है से तात्पर्य पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई से था।
भगवान टाकीज चौराहे से दयालबाग आने वाले वाहनाें काे रोका
सत्संगियों और पुलिस में टकराव की सूचना मिलते ही भगवान टाकीज चौराहे से दयालबाग की ओर जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया। केवल दयालबाग से भगवान टाकीज चौराहे की ओर वाहनों को आने दिया गया।आवागमन रोकने का कारण आपात स्थिति से निपटने की याेजना के तहत था।
पुलिस-पीएसी, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां दयालबाग की ओर दौड़ने लगीं। वाहनाें को दयालबाग रोड पर आने से रोकने के चलते करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा। न्यू आगरा कालोनी और नगला पदी जाने वाले वाहन चालकों को अबु उलाह दरगाह मोड़ से होकर जाना पड़ा।
जुलूस खत्म होते ही कार्रवाई को रवाना हुए अधिकारी
भगवान टाकीज-दयालबाग रोड पर स्थित मजार पर आठवीं के जुलूस का आयोजन था। यह जुलूस कुछ देर के लिए मुख्य सड़क पर आता है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी इस जुलूस के खत्म होने की प्रतीक्षा कर रहे थे। इससे कि पुलिस कार्रवाई के दौरान वाहनों का आवागमन रोकने से जुलूस में विध्न पड़ सकता था। जुलूस ने जैसे ही मजार के मुख्य गेट पर पहुंचा, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी पीएसी के साथ कार्रवाई के लिए रवाना हो गए।
तलाशी के बाद आगे जाने दी एंबुलेंस
टकराव के दौरान एक के बाद एक कई एंबुलेंस दयालबाग की अोर जाने लगीं। इससे पुलिस को शक हुआ, उसने तलाशी के बाद ही एंबुलेंस को आगे जाने दिया। इनमें कई एंबुलेंस खाली थीं, इनमें मरीज की जगह लोग बैठे थे।
वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की सताने लगी चिंता
टकराव के दाैरान आधा दर्जन दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। हालांकि इन वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त नहीं किया गया था। इससे मौके पर जुटे पुलिसकर्मियों और वहां जुटी भीड़ को अपने वाहनों की चिंता सताने लगी। पुलिसकर्मियों को यह डर था कि सत्संगियों की भीड़ के बीच रखे वाहन बवाल होने पर निशाना न बन जाएं। वहीं भीड़ को चिंता थी, कहीं पुलिस उनके वाहनों को कब्जे में लेकर सीज न कर दे।