Agra: हाथ में काला बैग पकड़े व्यक्ति को जब स्टेशन पर रोका तो हड़बड़ा गया...चेकिंग में मिला ऐसा माल कि चकरा गई जीआरपी
Agra News In Hindi औरंगाबाद महाराष्ट्र से आगरा में हर माह तीन से चार बार ला रहे थे चांदी। बिना बिल के 41.75 किग्रा चांदी और 3.33 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है। ये औरंगाबाद महाराष्ट्र से सचखंड एक्सप्रेस से चांदी लेकर आगरा आए थे। महीने में तीन से चार बार चांदी की आपूर्ति शहर के विभिन्न ज्वैलर्स के यहां करते थे।
जागरण संवाददाता, आगरा। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) कैंट ने सोमवार शाम छह बजे निकासी द्वार के पास से दो लोगों को पकड़ किया। एक व्यक्ति आगरा और दूसरा झांसी का निवासी है।
जीआरपी टीम द्वारा सोमवार को प्रवेश और निकासी द्वार पर जांच अभियान चलाया जा रहा था। निकासी द्वार से होकर हल्का मदन नाई की मंडी अतुल शिवहरे और टोला बदलुराम झांसी के मनीष चोकसे निकलने लगे। सिपाही ने दोनों को रुकने के लिए कहा। मनीष के हाथ में काले रंग का बैग था।
उप निरीक्षक राहुल देव ने बैग खोलकर दिखाने के लिए कहा। अतुल और मनीष के चेहरे का रंग उड़ गया। अतुल ने बैग में कपड़े होने की बात कही लेकिन सिपाहियों को यकीन नहीं हुआ। बैग में सबसे पहले कपड़े और फिर सबसे नीचे चांदी के आभूषण, चांदी के नग, कच्ची चांदी रखी हुई थी। 41.75 किग्रा चांदी के साथ ही 3.33 लाख रुपये की नकदी भी मिली।
उप निरीक्षक ने दस्तावेज दिखाने के लिए कहा तो अतुल और मनीष हाथ जोड़ने लगे। किसी भी तरीके का कोई दस्तावेज होने से इन्कार कर दिया। पूछताछ में अतुल और मनीष ने बताया कि दस साल से यह कार्य कर रहे हैं। सचखंड एक्सप्रेस से आगरा आते हैं। औरंगाबाद महाराष्ट्र से चांदी के आभूषण सहित अन्य सामान लाते हैं। किनारी बाजार और उसके आसपास के दर्जनभर ज्वैलर्स के यहां चांदी की आपूर्ति करते हैं। एक चक्कर में 20 हजार रुपये से अधिक मिल जाता है। दस्तावेज नहीं रखते हैं।
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उप निरीक्षक राहुल ने बताया कि सोमवार को दोनों युवक सचखंड एक्सप्रेस से आगरा आए थे। इसकी जानकारी आयकर और जीएसटी अधिकारियों को दे दी गई है। टीम में सिपाही लोकेश कुमार, दिनेश भाटी, योगेंद्र सिंह शामिल रहे।
एक फोन से खुली पोल
सोमवार शाम पुलिस के पास एक फोन पहुंचा। इसमें चांदी को अवैध तरीके से ले जाने की बात कही गई। जैसे ही सचखंड एक्सप्रेस शाम पांच बजे कैंट स्टेशन पहुंची। जीआरपी ने प्रत्येक कोच की जांच शुरू कर दी। निकासी द्वार पर भी सिपाहियों को तैनात कर दिया गया। इसके बाद पूरा मामला पकड़ा गया।