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Hathras News Today: आगरा की सविता ने बताई हादसे की आंखों देखी; सिर्फ भागो...भागो की आवाज आई और कुचलते चले गए सभी

Hathras News Today आगरा से करीब 15 हजार अनुयायी सत्संग के लिए गए थे। जिनमें दयालबाग ताजगंज सहित चार दर्जन से अधिक क्षेत्रों से बस और निजी वाहन से गए थे l लौट आए श्रद्धालुओं ने बताया कि भोले बाबा के पैर छूने को लेकर महिलाएं दौड़ी थीं तभी बिजली का तार टूटने की अफवाह फैली और भगदड़ मच गई।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Published: Wed, 03 Jul 2024 02:16 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2024 02:16 PM (IST)
हाथरस में हुए हादसे के बाद कालिंदी विहार स्थित पेट्रोल पंप पर खड़ीं ग्वालियर से आईं महिलाएं l जागरण

जागरण संवाददाता, आगरा। सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग में आगरा से करीब 15 हजार अनुयायी गए थे। इसमें दस हजार के करीब महिलाएं हैं। यह अनुयायी दयालबाग, ताजगंज, कुबेरपुर, एत्मादपुर, टेढ़ी बगिया, लालगढ़ी सहित चार दर्जन क्षेत्रों के हैं।

अनुयायी बसों और निजी वाहनों से गए। सत्संग खत्म होने के बाद भोले बाबा के पैर छूने के लिए महिलाएं दौड़ीं। हर कोई चाहता था कि साकार विश्व हरि के पैर पकड़ लें या फिर उनके चरणों की धूल मिल जाए। इस बीच बिजली का तार टूटने की अफवाह फैल गई।

14 वर्ष पहले ली थी दीक्षा

बोदला की सविता देवी ने बताया कि 14 साल साल पूर्व एक कार्यक्रम में दीक्षा ली थी। साल में आठ से दस सत्संग में जरूरी पहुंचती हैं। सोमवार को क्षेत्र की आधा दर्जन महिलाएं व चार पुरुष सिकंदराराऊ गए थे। सत्संग खत्म होने के बाद हर कोई चाहता था कि बाबा के चरण छूकर आशीर्वाद प्राप्त कर लें। वह भी पीछे नहीं थीं। अचानक भगदड़ मच गई। ऐसा कैसे हुआ, यह नहीं पता है। सिर्फ भागो...भागो... की आवाज आ रही थीं।

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किसी तरीके से जान बची

सविता ने एक खेत की तरफ दौड़ लगा दी। उनके पीछे बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं थीं। किसी तरीके से जान बच गई। गाड़ी के पास पहुंचीं और शाम सात बजे आगरा आईं।

गोबर चौकी के सुरेंद्र कुमार, शैलेंद्र ने बताया कि क्षेत्र से 500 लोग सत्संग सुनने गए थे। जिस तरीके से वहां घटनाक्रम हुआ, इसकी आशंका नहीं थी। किसी तरीके से जान बच गई।

अनुयायी पुष्पा देवी, संगीता ने बताया कि सुबह दस बजे पहुंची थीं। उनके साथ आए लोग एक तरफ बैठे थे। जिस तरफ भगदड़ का असर कम रहा।

शाहगंज की प्रेमवती ने बताया कि क्षेत्र से 50 लोग गए थे। घटना से पांच मिनट पहले वह पंडाल से बाहर निकल आई थीं। सिर्फ लोगों के चीखने की आवाज ही सुनाई पड़ रही थी।

ग्वालियर सहित अन्य शहरों से आए थे अनुयायी

रात आठ बजे शिवपुरी मध्य प्रदेश के सुरेंद्र, योगेश धाकड़, दीपक मेहता सहित अन्य अनुयायी पहुंचे। कालिंदी विहार में इन लोगों ने बताया कि ग्वालियर, शिवपुरी सहित अन्य शहरों से 500 से अधिक अनुयायी सत्संग सुनने के लिए आए थे। कई अनुयायी ऐसे भी हैं जो हर सत्संग में पहुंचते हैं।


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