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अनपढ़ चला रही थी अस्पताल! स्त्री रोग विशेषज्ञ बन कर रही थी प्रसव और गर्भपात, स्वास्थ्य विभाग ने पकड़ा मामला

Agra News In Hindi पिनाहट में अवैध गर्भपात और प्रसव कराने वाली झोलाछाप संगीता जादौन के क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। छापे में कोई मरीज नहीं मिला लेकिन बेड के अंदर एक बोरा गर्भपात और प्रसव में इस्तेमाल होने वाली दवाएं मिलीं। टीम ने भूतल में एक कमरे को सील कर दिया और झोलाछाप को छोड़ दिया।

By Ajay Dubey Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 26 Nov 2024 03:19 PM (IST)
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स्वास्थ्य विभाग की टीम के छापे के दौरान अवैध केंद्र से मिली झोलाछाप संगीता जादौन दाएं से दूसरी।सौजन्य स्वास्थ्य विभाग
जागरण संवाददाता, आगरा। Agra News: किराए पर मकान लेकर कई वर्ष से अनपढ़ खुद को स्त्री रोग विशेषज्ञ बता प्रसव और गर्भपात करा रही थी। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम छापा मारने पहुंची, छापे से पहले पुलिस का इंतजार किया।

इससे झोलाछाप संगीता जादौन को मौका मिल गया, छापे में टीम को कोई मरीज नहीं मिला, बेड के अंदर एक बोरा गर्भपात और प्रसव में इस्तेमाल होने वाली दवाएं मिली। टीम ने भूतल में एक कमरे को सील कर दिया और गर्भवती की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही झोलाछाप को छोड़ दिया।

नोडल अधिकारी डॉक्टर जितेंद्र लवानियां ने बताया कि पिनाहट में जेआर क्लीनिक के नाम से झोलाछाप संगीता जादौन और उनके पति राजकुमार जादौन द्वारा घर में गर्भपात और प्रसव कराने की सूचना मिली थी। टीम दोपहर में पहुंच गई, क्लीनिक पर पहुंचने के बाद पुलिस का इंतजार किया। क्लीनिक पर लगे बोर्ड पर डा संगीता जादौन स्त्री रोग विशेषज्ञ, सभी तरह की बीमारी और सर्जरी की सुविधा का बोर्ड लगा था।

प्रसव कक्ष बना हुआ था

पुलिस के पहुंचने के बाद छापा मारा। भूतल पर तीन बेड मिले, एक तरफ प्रसव कक्ष बना हुआ था, डिलीवरी टेबल थी। खून से सनी हुई काटन और इस्तेमाल दवाएं पड़ी थी। मगर, कोई मरीज नहीं मिला। प्रथम तल पर बने एक कमरे में वह रह रही थी और एक कमरे में बेड पड़ा हुआ था।

पूछताछ में संगीता जादौन किसी तरह की कोई शैक्षिक योग्यता नहीं बता सकी, कोई दस्तावेज भी नहीं थी। बेड के अंदर खून का रिसाव रोकने, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक सहित प्रसव और गर्भपात में इस्तेमाल होने वालीं 100 तरह की दवाएं मिलीं। क्लीनिक को सील कर दिया।तहरीर देने के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया।

उधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम के छापे से खलबली मच गई। मगर, कुछ देर बाद ही झोलाछाप को छोड़ दिया गया। वह अपने घर पहुंच गई।

ताजगंज में भी छापे के बाद छोड़ दी थी झोलाछाप

इसी वर्ष सितंबर में ताजगंज स्थित कुआंखेड़ा में खुद को नर्स बताने वाली झोलाछाप ने गर्भवती का गर्भपात कर दिया। टीम को छापे में उसके पास चिकित्सकीय डिग्री और क्लीनिक का लाइसेंस नहीं मिला। टीम ने दुकान को सील करने के बजाय ताला लगाया और थाने में तहरीर दी है। झोलाछाप स्नेहलता को थाने से छोड़ दिया था। पिछले महीने बाह में भी झोलाछाप द्वारा प्रसव कराया गया था और नवजात की मौत हो गई थी।

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स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव की संख्या हो रही कम

देहात में झोलाछाप घर में प्रसव और गर्भपात करा रहीं हैं। इससे कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव की संख्या कम हो रही है। इसकी जांच के लिए भी टीम गठित की गई है। आशाओं को भी कमीशन दिया जा रहा है जिससे वे झोलाछाप से गर्भपात कराएं।

स्वास्थ्य विभाग की तरह से जो तहरीर दी गई उसमें सात वर्ष से कम की सजा का प्रावधान है इसलिए गिरफ्तार नहीं किया गया। पुलिस समय से पहुंच गई थी। अशोक अग्रवाल, एसीपी

भ्रूण लिंग परीक्षण

  • 2024 अगस्त में सिकंदरा पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ छापा मारकर मौके से पांच युवकों और एक महिला को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर मिलीं दो गर्भवती महिलाओं से पूछताछ में गैंग का पर्दाफाश हुआ था।
  • 2023 में स्वाट टीम ने किरावली के अभुआपुरा गांव में भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाला अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा था
  • हरियाणा की टीम ने 2022 में प्रिया हॉस्पिटल के संचालक डा. राजीव कुमार को भ्रूण लिंग परीक्षण के मामले में पकड़ा
पहले भी कई बार इस तरह की समस्या आ चुकी है।पुलिस को साथ लेकर छापे मारने के निर्देश दिए गए हैं जिससे मौके से ही गिरफ्तार किया जा सके। दूसरी तहरीर दिलवाई जाएगी। डा. अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

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