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Agra News: एक घंटे की बारिश में नेशनल हाईवे तालाब बना, चार घंटे में सात KM लंबा जाम; देखें PHOTO

Agra Update News Today बारिश के बाद चार फुट तक नेशनल हाईवे पर पानी भर गया। जिसमें कार बड़ी गाड़ियां फंस गईं। लोग हाईवे पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और एक हजार रुपये लेकर कारों को पानी से बाहर निकाला। वहीं पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए आए अभ्यर्थी मथुरा जाने के दौरान फंस गए। बाइकें पानी भरने से बंद हो गईं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 31 Aug 2024 08:06 AM (IST)
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आगरा में नेशनल हाईवे पर पानी भरने के बाद फंसे वाहन। फोटो क्रेडिट, अमित शिवहरे।
जागरण संवाददाता, आगरा। Weather Update Agra News: दो दिन पहले हाईवे पर बिगड़े हालातों से भी एनएचएआई के अधिकारियों ने सबक नहीं लिया। शुक्रवार रात एक घंटे की वर्षा से ही रुनकता के पास हाईवे तालाब बन गया। नेशनल हाईवे-19 पर अरतौनी फ्लाईओवर के आसपास पांच फीट पानी भर गया।

करीब 100 से अधिक दो और चार पहिया वाहन पानी भरने से बंद हो गए। चार घंटे में सात किमी लंबा जाम लग गया। देर रात तक लोग बंद कारों में तड़पते रहे। किसी तरह ट्रैक्टरों की मदद से कार पानी से बाहर निकालीं, लेकिन वे आगे नहीं बढ़ सकीं। देर रात तक महिला, पुरुष और बच्चे एनएचएआई के अधिकारियों की नाकामी के पानी के चलते परेशान रहे, लेकिन किसी विभाग ने सुध नहीं ली।

ट्रैक्टर से निकालीं गाड़ियां।

चार फीट तक भरा पानी

बुधवार को वर्षा के चलते रुनकता क्षेत्र स्थित हाईवे में चार फीट पानी भर गया था। इसके चलते पांच घंटे तक जाम लगा था। सैकड़ों वाहन फंस गए थे। इसके बाद एनएचएआई की टीम ने नालों से कुछ पालीथिन निकालकर काम खत्म कर लिया। शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे से वर्षा शुरू हो गई। करीब एक घंटे की वर्षा से फिर से उसी स्थान पर हाईवे और सर्विस रोड पर जलभराव हो गया। सबसे अधिक जलभराव अरतौनी फ्लाईओवर के पास और सर्विस रोड पर हुआ। इसके बाद एक के बाद एक 100 से अधिक वाहन बंद हो गए। रात 12 बजे तक जाम लगा रहा। आगरा से मथुरा लेन पर सात किमी लंबा जाम लग गया। वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। नाला में सभी इंतजाम डूब गए।

पानी में फंसे वाहन।

कारों में बैठे लोग फंसे

रुनकता से वॉटरवर्क्स तक 28 करोड़ रुपये से नाला और सोख्ते के गड्ढे बनाए गए हैं। जल निकासी के लिए आधा दर्जन टैंकर लगाए गए। हाल यह था कि कारों में बैठे लोग दरवाजा नहीं खोल पा रहे थे। कार भी बंद हो गई। लोगों ने शीशा खोलकर ग्रामीणों की मदद ली। ट्रैक्टर की मदद से चार पहिया वाहनों को किसी तरीके से बाहर निकाला गया।

कारों में फंसे लोगों की मदद करने पहुंचे लोग।

जलभराव के बाद भी नहीं हुआ इंतजाम

सिकंदरा सब्जी मंडी से कैलाश मोड रोड तक, नगरायुक्त की कोठी के सामने, मरियम का मकबरा मोड के पास, सिकंदरा स्मारक के सामने, केके नगर मोड़ के सामने सहित अन्य क्षेत्रों में जलभराव हुआ। इंसीडेंट मैनेजर, एनएचएआई नरेंद्र चौधरी ने बताया कि जिन जगहों पर जलभराव की शिकायतें मिलीं। वहां पर टैंकरों और पंपसेट लगाकर जल निकासी की जाती रही।

एक हजार दो फिर बाहर निकलेगा वाहन

अरतौनी फ्लाईओवर के पास जलभराव में फंसे वाहन चालकों के ऊपर एक और मुसीबत टूट पड़ी। वाहन चालक सुधीर कुमार ने बताया कि उनकी कार जलभराव के चलते बंद हो गई। एक हजार रुपये ग्रामीण को दिए। ट्रैक्टर की मदद से चार पहिया वाहन को खींचा गया। कुछ यही हाल अन्य वाहन चालकों का भी रहा। रुनकता क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण ट्रैक्टर लेकर आ गए।

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वाहनों को जलभराव क्षेत्र से बाहर खींचने में लगे रहे। वाहन चालक एसपी सिंह ने बताया कि पहली बार इतनी अधिक जलभराव हुआ है। इससे पूर्व तीन से चार फीट ही पानी भरता था। वहीं मोटर मैकेनिकों ने वाहनों को ठीक करने के नाम पर 700 से लेकर 1200 रुपये लिए। कई वाहन चालकों से विवाद भी हुआ।

हाईवे की इंजीनियरिंग में है खामी

नेशनल हाईवे-19 छह लेन है। वर्ष 2012 में इसे छह लेन का कार्य शुरू हुआ था। छह लेन के दौरान एनएचएआई मथुरा खंड के अधिकारियों की खामियां रहीं। जल निकासी को लेकर जिस तरीके से इंतजाम किए जाने चाहिए थे। वह नहीं किए गए। इसी के चलते जरा सी बरसात में जलभराव होने लगता है।

सेवानिवृत्त इंजीनियर बीके चौहान का कहना है कि अगर ठीक तरीके से नाला बनाया जाए। नियमित अंतराल में नाले की सफाई की जाए तो जलभराव की समस्या कम होगी। रुनकता क्षेत्र के कुछ हिस्से में सोख्ते के गड्ढे बने हुए हैं।

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जाली तोड़ निकाली बाइक

रात आठ बजे बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बाइकों से मथुरा पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होने जा रहे थे। साथ ही अन्य बाइक सवार भी थे। जलभराव के चलते बाइक बंद हो गई। कई युवाओं ने हाईवे की जाली को तोड़कर बाइक को बाहर निकाला।

लगाए गए पंपसेट और टैंकर

अरतौनी में आधा दर्जन टैंकर और दो पंपसेट लगाए गए। वहीं एक पंपसेट नगरायुक्त की कोठी के सामने और दूसरी लेन पर लगाया गया। एनएचएआई ने सिर्फ एक क्रेन के माध्यम से वाहनों को बाहर निकाला।  

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