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VIDEO: रिपोर्ट लिखाते-लिखाते बुजुर्ग को आया हार्ट अटैक, GRP जवान ने CPR देकर बचाई जान

उत्‍तर प्रदेश के आगरा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के सिपाही रविंद्र चौधरी ने एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान बचाई। बुजुर्ग को सीने में दर्द हुआ और वह गिर पड़े। रविंद्र ने तुरंत सीपीआर देकर उनकी जान बचाई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग रविंद्र की तारीफ कर रहे हैं।

By Yashpal Singh Edited By: Vivek Shukla Updated: Tue, 24 Sep 2024 07:25 PM (IST)
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जीआरपी कैंट थाना में बुजुर्ग जय शंकर शुक्ला को सीपीआर देते रविंद्र चौधरी सफेद शर्ट में। सौ- इंटरनेट मीडिया
जागरण संवाददाता, आगरा। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) आगरा कैंट के एक सिपाही के यू-ट्यूब और बचपन के ज्ञान ने बारा प्रयागराज के एक बुजुर्ग की जान बचा ली। सिपाही ने प्रयागराज के बुजुर्ग जय शंकर शुक्ला के सीने को अच्छी तरीके से दबाया।

इससे उनके दिल की धड़कन फिर से सामान्य हो गई। बुजुर्ग मोबाइल गुम होने की शिकायत दर्ज कराने थाने में पहुंचे थे। सिपाही का वीडियो मंगलवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। सिपाही के इस कार्य की सराहना की जा रही है।

घटना 16 सितंबर की रात 10 बजे की है। बारा प्रयागराज के जय शंकर शुक्ला आगरा से प्रयागराज एक्सप्रेस से अपने घर जा रहे थे। कैंट स्टेशन में ट्रेन से उतरने के दौरान उनका मोबाइल गुम हो गया। 68 वर्षीय जय शंकर एक साथी के साथ कैंट जीआरपी थाना पहुंचे।

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रात्रिकालीन ड्यूटी में सिपाही रविंद्र चौधरी और राकेश कुमार थे। जय शंकर ने कहा कि मोबाइल कहीं पर गुम हो गया है। शिकायत के बाद रविंद्र ने बुजुर्ग को रिसीविंग दी। इस बीच जय शंकर को चक्कर आ गया और वह भूमि पर गिर पड़े। यह देखकर रविंद्र और राकेश दौड़े। रविंद्र ने बुजुर्ग की छाती को दबाना शुरू कर दिया।

राकेश ने दूसरे साथी को बुला लिया। रविंद्र ने एक मिनट तक छाती को दबाया। कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देकर रविंद्र ने बुजुर्ग की जान बचा ली। होश में आने पर बुजुर्ग को खाने के लिए कुछ दिया गया। रविंद्र के इस कार्य की सराहना हो रही है। मंगलवार को इंटरनेट मीडिया में इस घटना का वीडियो प्रसारित हुआ। रविंद्र वर्ष 2016 बैच का सिपाही है।

रविंद्र ने बताया कि बचपन में कई बार सीपीआर के बारे में सिखाया गया था। यू-ट्यूब में इसे समझाया गया। कभी ऐसा मौका नहीं मिला। इंस्पेक्टर यादराम सिंह ने बताया कि रविंद्र ने जो किया। वह सराहनीय है। रविंद्र के ज्ञान ने बुजुर्ग जय शंकर की जान बचा ली।

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नहीं भूल पाऊंगा

यात्री जय शंकर शुक्ला ने रविंद्र के अलावा जीआरपी सिपाहियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वह तो आगरा घूमने आए थे लेकिन जिस तरीके से उनकी जिंदगी बचाई गई। उसे वह कभी नहीं भूल पाएंगे।

क्या है सीपीआर

वरिष्ठ फिजीशियन डा. एके गुप्ता का कहना है कि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक प्राथमिक चिकित्सा उपचार की तकनीक है। कई बार अचानक सांसें उखड़ने लगती हैं। अगर एक मिनट में मरीज को सही उपचार मिल जाए तो उसकी जिंदगी बच सकती है। इसका उपयोग तब किया जा सकता है जब किसी की सांस न चल रही हो। यह एक ऐसा कौशल है जिसे हर कोई सीख सकता है।

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