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Holi 2020: न कोरोना की चिंता न भीगने का डर, भक्तों की मस्ती में ऐसा डूबा बांके बिहारी मंदिर

राधाबल्लभ मंदिर सहित हर मंदिर मठ और आश्रम में होली की बहार।

By Tanu GuptaEdited By: Updated: Tue, 10 Mar 2020 07:28 PM (IST)
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Holi 2020: न कोरोना की चिंता न भीगने का डर, भक्तों की मस्ती में ऐसा डूबा बांके बिहारी मंदिर

मथुरा, जेएनएन। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में होली पर हर भक्त रंगों में सराबोर नजर आया। सुबह श्रृंगार आरती के बाद शुरू हुई होली में मदमस्त श्रद्धालुओं ने घंटों आनंद लिया। सुबह से ही भक्तों की भीड़ मंदिर में होली खेलने के लिए पहुंची तो निकलने का मन नहीं कर रहा था।

ठा. बांकेबिहारी मंदिर में देशभर से आए श्रद्धालु रंगों में सराबोर होकर आनंदित हो रहे थे। दिल्ली एनसीआर से लेकर दूसरे शहरों से भी भक्तों ने वृंदावन में डेरा डाल होली का आनंद लिया। मंदिर के जगमोहन में चांदी के सिंहासन में बैठ श्वेतांबर में ठाकुरजी के दर्शन और रंगों की बरसात में हर भक्त आनंदित हो रहा था। जैसे ही सेवायतों ने रंगों की बरसात की हर कोई प्रसादी रंग में डूबने को तैयार था। कुछ भक्त तो ऐसे कि रंगों के बीच जमीन पर बैठकर सराबोर हो रहे हैं, उन्हें न भीगने की चिंता और न ही करोना का भय। भीड़ के बीच बढ़चढ़कर होली के आनंद में डूबने को बेताब श्रद्धालुओं का जोश दिनभर हिलोरें मारता नजर आया। होली का ये रंग वृंदावन के हर मंदिर, मठ और आश्रम के साथ कुंजगलियों में भी चढ़ चुका है। हर ओर रंगों की बौछार और उड़ते गुलाल से आसमान भी लाल रंग का नजर आ रहा है। सेवायतों ने ठाकुरजी का प्रतिनिधित्व करते हुए जब भक्तों पर पिचकारी से टेसू का रंग डालना शुरू किया, तो भक्तों के आनंद का ठिकाना नहीं था। हर कोई रंगों में सराबोर होकर मदमस्त नजर आ रहा था।

भोग में परोसी जा रही जलेबी

ठा. बांकेबिहारीजी जब पूरे दिन भक्तों संग रंगों से होली खेल रहे हें, तो उन्हें भोग में गरम जलेबी परोसी जा रही हैं। इसके पीछे मान्यता है कि पूरे दिन गुलाल और रंग जब श्वांस के साथ गले की नलियों में पहुंचते हैं, तो गरम जलेबी के साथ वे सारा रंग नलियों से साफ हो जाता है और श्वांस लेने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होती। यही कारण है कि होली खेलने के बाद हमेशा जलेबी का भोग लगाकर भक्तों को बांटा जाता है।

अयोध्‍या भेजा गया वृंदावन का गुलाल

अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद से ही रामभक्त अपने अपने तरीके से भगवान को अपनी भावना समर्पित कर रहे हैं। होली का पर्व है तो ब्रजवासी भी पीछे नहीं रहे। ठा. बांकेबिहारी का प्रसादी अबीर-गुलाल लेकर एक प्रतिनिधि मंडल अयोध्या के लिए रवाना हुआ। ये अबीर-गुलाल अब रामलला के लिए समर्पित किया जाएगा।

ठा. बांकेबिहारी मंदिर में रविवार सुबह ब्रजमंडल से अयोध्याजी के लिए अबीर-गुलाल लेकर प्रतिनिधि मंडल को रवाना किया। प्रसन्नता और आनंद है के साथ राम मंदिर बनने की अभिलाभा पाले ब्रजवासियों ने इस होली का भी उत्सव का आनंद रामलला के साथ मनाने का निर्णय लिया। महामंडलेश्वर जूना अखाड़ा के नवल गिरी, काशी विद्वत परिषद पश्चिमी भारत प्रभारी काष्र्णि नागेंद्र महाराज, बांकेबिहारी मंदिर सेवायत मयंक गोस्वामी, वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध शर्मा, अभिषेक कृष्ण व्यास, सुशील वर्मा, हरीश धवन ने अबीर-गुलाल देकर प्रतिनिधि मंडल को अयोध्या रवाना किया।

गली, चौराहा पर सजीं होली, दहन आज

सोमवार की रात में होलिका दहन होगा। गली-गली चौराहा-चौराहा होलिका को नयनाभिराम सजाया गया है। सुबह महिलाएं होलिका का पूजन करेंगी। रात को होलिका से लाई आग से घरों में रखी होली का दहन किया जाएगा। मंगलवार को अबीर-गुलाल और रंगों की होली खेली जाएगी। आयोजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।

सोमवार को होलिका दहन का पर्व मनाया जाना है। वसंत पंचमी से गली-चौराहों पर रखी होली को आकर्षक सजाया गया है। होली पर होलिका की गोद में प्रहलाद की प्रतिमाएं भी जगह-जगह सजाई गई हैं। प्रतिमाओं का आकर्षक श्रृंगार किया गया है।

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