Etah News: बारिश में ढही गुरुकुल की दीवार; सात वर्षीय बालक की दबकर मौत, दिव्यांग बच्चे ने हाथ देखा तब हुई जानकारी
Latest News In Hindi Today दरअसल यह गुरुकुल की पुरानी दीवार थी जो जर्जर अवस्था में थी। सोमवार सुबह परिवार के लोगों ने फिर से बालक की तलाश शुरू की और लोग गुरुकुल के निकट पहुंच गए। मुहल्ले के कुछ बच्चे भी वहां खेल रहे थे। इन्हीं बच्चों ने परिवार के लोगों को बताया कि राघव भी उनके साथ खेलने के लिए यहां आया था।
जागरण संवाददाता, एटा/आगरा। शहर में वर्षा के चलते गुरुकुल की दीवार ढह गई। मलबे में दबकर एक बालक की मृत्यु हो गई। परिवार के लोग बालक की तलाश कर रहे थे। अगले दिन जब मलबा हटाया गया, तब बालक का शव मिला। इससे पहले उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई गई थी। परिवार में कोहराम मचा है।
नगला पोता के रहने वाले जितेंद्र उर्फ जीतू का सात वर्षीय बेटा राघव मुहल्ले के बच्चों के साथ रेलवे लाइन पार कर गुरुकुल के निकट पहुंच गया था। उस समय वर्षा नहीं हो रही थी। मौके पर ही कई जामुन के पेड़ हैं। साथ गए बच्चे जामुन खाने लगे, मगर राघव दीवार के निकट खेलता रहा। तभी अचानक दीवार गिर गई और मलबे में बालक दब गया। कुछ देर बाद मुहल्ले के अन्य बालक तो घर पहुंच गए, मगर राघव नहीं पहुंचा।
स्वजन ने उसकी काफी तलाश की पर उसका कहीं भी पता नहीं चला। रविवार को ही शाम के समय परिवार के लोगों ने बालक की गुमशुदगी शहर कोतवाली में दर्ज कराई। पुलिस भी उसकी खोजबीन के लिए मौके पर पहुंची, मगर इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया कि दीवार गिरी है।
दिव्यांग बच्चे ने देख लिया हाथ
जिस समय लोग घटना स्थल पर मौजूद थे। तभी एक बच्चे ने राघव का मलबे से बाहर निकला हाथ देख लिया, जिस बच्चे ने यह हाथ देखा, वह बोल नहीं पाता है। इस बच्चे ने इशारों से लोगों को बताया कि राघव का हाथ दिखाई दे रहा है। इसके बाद मलबा हटाया गया तो बच्चे का शव मिल गया। शव देखते ही परिवार में हा-हारकार मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरुण पवार ने बताया कि बालक की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। उसका शव दीवार के मलबे में दबा मिला है। इस मामले में अन्य कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। पोस्टमार्टम के बाद बच्चा स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया।