Move to Jagran APP

Agra News: पहले गर्भवती होने पर ससुराल से निकाला, अब बीमार बेटे को छीन ले गया पति; रो-रोकर मां का बुरा हाल

Agra News In Hindi मां अपने बीमार बच्चे का इलाज आगरा में करवा रही थी। अस्पताल में ससुरालीजन तीन साल के प्रांजल को छीन कर ले गए। पुलिस से शिकायत के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। महिला के अनुसार शादी के आठ माह बाद दो माह की गर्भवती अवस्था में ससुराल से भगाया गया था। धरना देने के बाद भी प्रवेश नहीं मिला था।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 09 Oct 2024 10:47 AM (IST)
Hero Image
Agra News: बीमार बेटा की तलाश में जुटा परिवार।

जागरण संवाददाता, आगरा। Agra News: अपने तीन साल के बीमार बेटे का इलाज करा रही मां के साथ मारपीट कर पति और ससुरालीजन बालक को छीन कर ले गए। 20 घंटे से अपने कलेजे के टुकड़े को वापस पाने के लिए मां बिलख-बिलख कर गुहार लगा रही है। बीस घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता पुलिस आयुक्त कार्यालय पर शिकायत लेकर पहुंची है।

घटना मंगलवार दोपहर तीन बजे की है। हाथरस के खंदौली गढ़ी की रहने वाली महिला वर्षा सागर ने बताया कि उनके तीन साल के प्रांजल को उल्टी-पेट दर्द की परेशानी हुई थी। हाथरस से बेहतर इलाज के लिए आगरा के कमलानगर स्थित अग्रवाल हॉस्पिटल भेजा गया था।

प्रांजल का इलाज करवा रही थी

दो अक्टूबर से दिव्यांग भाई प्रशांत के साथ प्रांजल का इलाज करवा रही थीं। इस दौरान परेशान देख एक रिश्तेदार महिला ने ससुराल वालों को जानकारी देकर साथ रखने की गुहार लगाई। पति राहुल दिनेश वर्धन, ससुर हर्षवर्धन, सास आशा रानी, एक वकील और कई अन्य मंगलवार सुबह दस बजे अस्पताल आए। एक बार बेटे को देखने की कहकर वहीं बैठ गए। दोपहर तीन बजे भाई प्रशांत और उनके साथ मारपीट की। डॉक्टर ने उल्टा उन्हें ही हटाया। मौका देखकर उनके हाथ से बच्चे को छीन कर वहां से फरार हो गए।

पुलिस ने बनाया चकरघिन्नी

पीड़िता ने बताया कि बेटे का अपहरण करने की सूचना 112 पर दी। मौके पर आए पुलिसकर्मियों ने थाने जाने को कहा। थाने में आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। पुलिस ससुराल गई और वहां बच्चा न होने की बात कहकर जांच करने को कह दिया। सुबह महिला थाने पर गुहार लगाई तो वापस कमलानगर जाने को कह दिया गया। इसके बाद अब पुलिस आयुक्त कार्यालय पर गुहार लगाने पहुंचे हैं।

ये भी पढ़ेंः कुंदरकी उपचुनाव: भाजपा का प्रचार करने पर समर्थक को बंदूक से उड़ाने की धमकी, प्राथमिकी दर्ज

ये भी पढ़ेंः मौलाना तौकीर रजा का ऐलान: 'नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों से होगा हिसाब, धरना नहीं देश जाम करेंगे'

पैदा होने के बाद पहली बार देखी बेटे की शक्ल

पीड़िता ने बताया कि पति राहुल दिनेश वर्धन से नौ सितंबर 2019 को शादी हुई थी। शादी के आठ माह बाद ही दहेज की मांग कर दो माह की गर्भवती अवस्था में उसे घर से निकाल दिया। बिना दहेज के साथ रखने को तैयार नहीं हुआ। उसमायके में पुत्र को जन्म दिया और पालन पोषण किया। पति और ससुरालीजन कभी देखने नहीं आए। 

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें