IT Raid In Agra: शैल कंपनियों व फर्जी फर्म के साक्ष्य मिले, दुबई-पाकिस्तान से भी कारोबारी के संपर्क की आशंका!
Income Tax Raid In Agra विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस छापेमारी की आशंका ओम कमोडिटी के अजय अवागढ़ को पहले ही हो गई थी। उसने अपने फोन को जांच से पहले ही तोड़ दिया। आशंका है कि उसमें बोगस लेनदेन और शैल फर्मों से जुडे अहम साक्ष्य थे जिसका पर्दाफाश करने के लिए आयकर अधिकारियों ने आइटी विशेषज्ञों की मदद लेकर फोन का डाटा जुटा लिया है।
जागरण संवाददाता, आगरा। कोलकाता की अदम्या गोल्ड के यहां हुई जांच के बाद आगरा के सर्राफा कारोबारी और भाजपा नेता अजय अवागढ के यहां शुरू हुई आयकर विभाग की छापेमारी तीसरे दिन 72 घंटे बाद भी जारी रही।
जांच में टीमों को आगरा की ओम कमोडिटी से जुड़े तमाम ऐसे सुबूत मिले हैं, जिन्हें देखकर आयकर अधिकारी भी हैरान हैं। उन्हें कई शैल कंपनियों इनके जुड़े होने के साक्ष्य मिले हैं। साथ ही कागजों में कई फर्जी फर्मों को माल की सप्लाई करने के ब्यौरे मिले हैं।
जांच अधिकारियों की छापेमारी में मिले तार
कोलकाता की फर्जी कंपनियों के जरिए लेनदेन से शुरू हुई आयकर विभाग की इस छापेमारी के तार आगरा के बाद अब अहमदाबाद और खाड़ी देशों से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। जांच में अधिकारियों को आगरा की ओम कमोडिटी के तार अहमदाबाद की कई शैल कंपनियों से जुड़े मिले। वहीं चौबेजी का फाटक स्थित भाजपा नेता अजय अवागढ़ की फर्म पर कोलकाता आयकर टीम की 72 घंटे बाद भी जारी रही।
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जांच में दस्तावेज मिलने पर अधिकारी हैरान
जांच में मिले दस्तावेज और साक्ष्यों को देखकर आयकर अधिकारी हैरान है। अजय अवागढ़ सिर्फ जिले के टाप बुलियन कारोबारियों में ही शामिल नहीं, बल्कि उनकी एक सांसद से बेहद नजदीकी भी है, उनकी फर्म पर आयकर अधिकारियों को जांच में कई साक्ष्य मिले हैं।
स्टाक जांच में कई बिल ऐसे मिले, जो शैल कंपनियों के थे। अहमदाबाद की अधिकांश फर्मों के सत्यापन में उनके पते ही नहीं मिले। वहीं कोलकाता में कई फर्जी फर्मों को माल की बोगस सप्लाई दिखाई गई।
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कार्रवाई में मजबूती लाने के लिए आयकर विभाग के अधिकारी अजय अवागढ़ के लैपटाप, मोबाइल और कच्चे पर्चों का मिलान कर रहे हैं। वहीं कोलकाता में मिले अजय अवागढ़ के बिलों को फोन पर ही सत्यापित किया जा रहा है। इसके आधार पर ही बिक्री के ब्यौरे का आंकलन किया जाएगा। साथ ही विभागीय टीमें वर्ष 2018 में आयकर विभाग की जांच शाखा द्वारा की गई छापेमारी में मिले दस्तावेजों का वर्तमान साक्ष्यों से मिलान करेंगे।
जांच से पहले ही तोडा मोबाइल, डाटा रिकवर
जांच को प्रभावित करने का प्रयास भी कई स्तर से किया जा रहा है, कभी तबीयत खराब होने, तो कभी गाने सुनने का मन कराने ने नाम पर जांच प्रभावित की गई। कभी मोबाइल और लैपटाप का डाटा जुटाने में दिक्कत हुई।
बाजार तीसरे दिन भी रहा बंद
इस आयकर जांच का असर पूरे सर्राफा बाजार में साफ दिख रहा है। यही कारण है कि लगातार तीसरे दिन भी चौबे जी के फाटक में दुकानें बंद रहीं। व्यापारियों इस बात को लेकर भी आशंकित हैं कि कहीं उनकी फर्म का नाम अजय अवागढ़ के पास मिले कागजों में न निकल आए और उनकी फर्म भी कार्रवाई की जद में न आ जाए। इसलिए तीसरे दिन भी बाजार की दुकानों के शटर नहीं खुले।
चर्चा का बाजार गर्म
आयकर विभाग की छापेमारी लंबी होने से बाजार में कई तरह की चर्चा भी तैर रही हैं। कभी बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्तियों का ब्यौरा मिलने की चर्चा उड़ती है, तो कभी इनर रिंग रोड समेत अन्य शहरों में संपत्तियों के कागज मिलने की चर्चा उड़ रही है। वहीं चर्चा यह भी है कि कारोबारी के देश के साथ दुबई, पाकिस्तान और खाड़ी देशों में संपर्क हैं।