आगरा में रंगे हाथ पकड़े शिक्षा निदेशक; एक डिब्बे में मिठाई व दूसरे में नोट की गड्डियां, बाबू ने कहा था पैर छूकर देना साहब को
JD Arrested Taking Bribe Inside Story मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक राम प्रताम शर्मा को शनिवार शाम विजिलेंस ने तीन लाख रुपये घूस लेते पचकुइयां स्थित कार्यालय के पास गिरफ्तार कर लिया। संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा सहायक शिक्षक अजयपाल सिंह की नियुक्ति को लेकर शिकायत की गई थी। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक शनिवार को घूस की पहली किस्त तीन लाख लेते हुए पकड़े गए।
जागरण संवाददाता, आगरा। शाम को मिठाई (घूस) लेकर आना। डिब्बा देकर पैर छू जाना, काम हो जाएगा। शनिवार दोपहर सहायक शिक्षक अजयपाल सिंह मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक के नोटिस पर जांच समिति के सामने पेश होने पहुंचा तो वहां तैनात बाबू ने उसे शाम को आने को कहा। मिठाई से मतलब घूस की रकम से था। शिक्षक के कार्यालय से बाहर निकलने पर शिक्षा भवन के आसपास डेरा डाले विजिलेंस टीम लौट गई थी। शाम को दोबारा पहुंची थी टीम।
सहायक अध्यापक अजयपाल सिंह ने विजिलेंस को बताया कि उसकी नियुक्ति को लेकर हुई जांच में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने क्लीन चिट दे दी थी। मगर, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा कराई जा रही जांच की फाइल को फरवरी 2024 से उन्होंने रोक रखा था। कई महीने चक्कर काटने के बाद मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक ने अपने स्टेनो के माध्यम से 10 लाख रुपये घूस देने के बाद फाइल निस्तारित को कहा था। जिसकी रिकॉर्डिंग सहायक शिक्षक ने कर ली थी।
दस लाख से कम पर तैयार नहीं थे
वह 10 लाख से कम लेने को तैयार नहीं थे। जिसके चलते 10 दिन पहले उसने विजिलेंस में शिकायत करने का फैसला किया। संयुक्त शिक्षा निदेशक ने दो दिन पहले उसे नोटिस देकर शनिवार को जांच से संबंधित पूछताछ के लिए बुलाया था। उनके बाबू ने कहा कि साहब से शाम को उनके उठने के समय मिलने आना। मिठाई लेकर आना, डिब्बा देकर पैर छू जाना, तुम्हारा काम हो जाएगा। मिठाई के डिब्बे से उसका तात्पर्य घूस की रकम से था। वह शाम को मिठाई के दो डिब्बे लेकर गया था। एक में डिब्बे घूस की रकम और दूसरे में मिठाई थी। दोनों डिब्बे एक झोले में रखे थे। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक शिक्षा भवन के पास अपनी कार में मिले। उसने झोला उन्हें पकड़ा दिया।शाम को होता था लेनदेन
एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि सहायक अध्यापक की शिकायत पर छानबीन की गई। टीम एक सप्ताह तक शिक्षा भवन में घूमती रही थी। विजिलेंस के अधिकांश निरीक्षकों को शिक्षा विभाग के लोग पहचान गए हैं। इसलिए उन्हीं लोगाें को छानबीन में लगाया गया जिन्हें लोग नहीं पहचानते थे। छानबीन में पता चला कि अधिकारी देर शाम तक कार्यालय में रुकते थे। कार्यालय से घर जाते समय ही वह सारा लेनदेन शाम को करते थे।
कार्यालय पर ताला लगाकर भाग गया बाबू
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक के शिक्षा भवन स्थित कार्यालय में कई बाबू देर तक रुकते थे। शनिवार को भी जिस बाबू के पास सहायक शिक्षक की फाइल थी, वह भी कार्यालय में रुका हुआ था। उसे जैसे ही विजिलेंस द्वारा द्वारा अपने अधिकारी को घूस लेते गिरफ्तार करने का पता चला, कार्यालय पर ताला लगाकर भाग गया। करीब एक घंटे बाद विजिलेंस ने बाबू को बुलाकर कार्यालय का ताला खुलवाया, सहायक शिक्षक की जांच से संबंधित फाइल को अपने कब्जे में लिया।ये भी पढ़ेंः UP Police Constable Recruitment: प्रवेश पत्र की फाेटोकॉपी जमा कराकर रोडवेज में मुफ्त यात्रा, आगरा में हैं 27 केंद्र
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