आगरा में पुलिस भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ट्रांस यमुना चौकी प्रभारी योगेश कुमार और दारोगा आशीष पुंढीर पर जुआड़ियों से रिश्वत लेने का आरोप है। दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के दौरान दारोगा आशीष पुंढीर बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चौकी प्रभारी योगेश कुमार फरार हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया।
जागरण संवाददाता, आगरा। Agra News: सुबह ईमानदारी की शपथ लेकर शाम को जुआ लूटने वाले ट्रांस यमुना चौकी प्रभारी योगेश कुमार के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। चौकी प्रभारी फरार हाे गया है।
वहीं, रविवार सुबह जांच के दौरान निलंबित दारोगा आशीष पुंढीर एत्माद्दौला थाने में गिरकर बेहोश गया। उसे दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। दारोगा का रक्तचाप बढ़ गया था। निलंबित किए आरक्षियों का कहना था कि वह सिर्फ जुआरियों काे पकड़कर चौकी पर लाए थे।
एत्माद्दौला थाने में पुलिसकर्मियों ने शनिवार सुबह ईमानदारी की शपथ ली थी। शाम को थाने के आरक्षी विशाल राठी और कपिल कुमार ने फेज-एक ट्रांस यमुना कालोनी में अमित जाट के घर पर दबिश दी थी। मौके से अमित जाट, महेश, गुल्ला पौनिया और सोनू को पकड़ करके ट्रांस यमुना पुलिस चाैकी पर लेकर आए थे। कुछ देर बाद चारों को छोड़ दिया।
जुए के फड़ से मोटी रकम लूटी
आरोप लगा कि पुलिस ने फड़ पर मिली रकम लूटी और आरोपितों को भी वसूली के बाद छोड़ा। मामला संज्ञान में आने पर डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने शनिवार रात में ही चौकी प्रभारी ट्रांस यमुना याेगेश कुमार, दारोगा आशीष पुंढीर, आरक्षी विशाल राठी और कपिल कुमार को निलंबित कर दिया था।
यूपी पुलिस का प्रतीकात्मक फोटो।
एसीपी कर रहे हैं जांच
एसीपी छत्ता हेमंत कुमार रविवार सुबह 10:30 बजे एत्माद्दाैला थाने प्रकरण की जांच करने पहुंचे। आरक्षियों कपिल कुमार और विशाल राठी ने अपने बयान में कहा कि वह चारों आरोपितों को चाैकी पर पकड़कर लाए थे। आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई चाैकी प्रभारी को करनी थी। उन्हें नहीं पता कि चौकी प्रभारी और आरोपितों के बीच क्या बातचीत हुई थी।
दारोगा आशीष पुंढीर ने कहा कि वह चौकी प्रभारी नहीं है।कार्रवाई का अधिकार उसे नहीं है। वह किसी अधिकारी से शिकायत करता तो कार्रवाई उसके विरुद्ध होती। इसलिए वह शांत रहा। दारोगा का कहना था कि उसे बलि का बकरा बनाया गया है। आरोपितों को पकड़ने-छोड़ने और वसूली के जो आरोप लग रहे हैं इसमें उसकी कोई भूमिका नहीं है।
भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया
एसीपी ने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। यह कहकर वह बाहर आ गए। इसी दौरान दारोगा आशीष पुंढीर गश खाकर थाने में गिर गए। यह देख पुलिसकर्मियाें के होश उड़ गए। वह दारोगा को ट्रांस यमुना में गोयल अस्पताल लेकर गए। डाक्टर ब्लड प्रेशर चेक किया तो वह बहुत अधिक था।
दारोगा को आइसीयू में भर्ती कराया गया। इसके बाद दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि हॉस्पिटल में रेफर कर दिया। यहां डाक्टरों ने दारोगा को 13 घंटे निगरानी में रखने को कहा है। वहीं, अमित जाट की तहरीर पर एत्माद्दौला थाने मे ट्रांस यमुना चौकी प्रभारी योगेश कुमार के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुकदमा दर्ज होते ही चौकी प्रभारी फरार
अपने विरुद्ध मुकदमा दर्ज होने की भनक लगने पर निलंबित चौकी प्रभारी योगेश कुमार फरार हो गए हैं। मुकदमा दर्ज कराने वाले अमित जाट ने लिखा है कि वह अपने तीन मित्रों के साथ घर के बरामदे में शराब पी रहा था। चारों लोग ताश भी खेल रहे थे। पुलिसकर्मियों को देख वहां से भागने लगे तो चारों को पकड़ लिया। आरक्षी उन्हें चौकी पर लेकर पहुंचे। उससे 20 हजार रुपये वसूलने के बाद चौकी प्रभारी ने छोड़ा। मुकदमे में फड़ से लूटी रकम का जिक्र नहीं किया गया है। वह यह लिखता कि जुआ खेल रहा था तो खुद भी आरोपित बन जाता। इसलिए तहरीर में लिखा कि वह ताश खेल रहे थे।
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मुकदमे पर उठ रहे सवाल
पुलिस ने अमित जाट की तहरीर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। इसमें कहीं ताश खेलने का भी जिक्र नहीं है। 20 हजार रुपये वसूलकर चौकी से छोड़े जाने का जिक्र है। जबकि सूत्रों का कहना है कि मौके से ढाई लाख रुपये की बरामदगी हुई थी। इस रकम का मुकदमे में कोई जिक्र नहीं है।
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