Janakpuri in Agra: आगरा में जनक महल के रूप आकार ले रहा नेपाल का जानकी महल, पढ़ें क्या- क्या होगी खासियत
Janakpuri in Agra 15 हजार बांस बल्लियों पर तैयार हुआ जनक महल। थर्माकोल पर हल्की स्वर्णिम आभा के साथ श्वेत रंग में तीन बड़ी बुर्जियां। कोलकाता के 65 कारीगरों द्वारा 160 फुट चौड़े और 110 फुट ऊंचा होगा जनक महल।
आगरा, जागरण संवाददाता। दयालबाग में सजाई जा रही जनकपुरी में राम बारात के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। 15 दिन में 110 फीट ऊंचे जनक महल का ढ़ांचा तैयार हो गया है। नेपाल के जानकी महल की तर्ज पर तैयार किए जा रहे जनक महल में 15 हजार बांस बल्लियों का इस्तेमाल किया गया है।
21 सितंबर को राम बारात निकलेगी और रात में जनकपुरी पहुंच जाएगी। 21 से 23 सितंबर तक जनकपुरी महोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए दयालबाग में मंगलम शिला के बगल में 4500 वर्ग मीटर में जनक महल तैयार किया जा रहा है। कोलकाता के 65 कारीगरों द्वारा 160 फुट चौड़े और 110 फुट ऊंचे जनक महल को 15 हजार बांस बल्लियों के सहारे साकार किया जाएगा। थर्माकोल पर हल्की स्वर्णिम आभा के साथ श्वेत रंग में तीन बड़ी बुर्जियों, मेहराबों और झरोखों के साथ जनक महल की आभा अद्वितीय होगी। एक हजार सुसज्जित गमले और चार फव्वारे इसका आकर्षण बढ़ाएंगे। लगभग 1500 लोगों के बैठने के लिए सोफे और कुर्सियां लगाई जाएंगी। संयोजक भरत शर्मा ने बताया कि 15 दिन में जनक महल तैयार हो जाएगा।
ऐसा है जानकी महल
जानकी मंदिर नेपाल के जनकपुर के केंद्र में स्थित है, यह जनकपुर धाम भी कहलाता है। मंदिर का निर्माण मध्य भारत के टीकमगढ़ की रानी वृषभानु कुमारी के द्वारा 1911 में करवाया गया था। हिंदू राजपूत वास्तुकला से मंदिर बना है। उस समय नौ लाख रुपये लागत आई थी। स्थानीय लोग इसे नौलखा मंदिर भी कहते हैं। 1657 में में देवी सीता की स्वर्ण प्रतिमा यहां मिली थी। ऐसी मान्यता है कि सीता माता विवाह से पहले यहीं रहती थी।