2 KM दौड़ते हुए थाने पहुंचा मासूम, बोला- अंकल मम्मी को बचा लीजिए... हवालात में पति को देख पिघला पत्नी का दिल
बासौनी के गांव जेबरा निवासी हरिओम बैंक में संविदा कर्मचारी है। आरोप है कि वह नशा करता है और बात-बात पर पत्नी और बच्चे को पीटता है। सोमवार सुबह उठते ही हरिओम पत्नी पर भड़क गया। बेल्ट से पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। मां की चीख सुन बाहर खेल रहा बेटा किशन पहुंचा लेकिन पापा का गुस्सा देख हिम्मत नहीं कर सका।
जागरण संवाददाता, आगरा : पिता की क्रूरता और मां की चीखों ने 10 साल के मासूम किशन को झकझोर दिया। वह बेबस था, लेकिन मां को बचाने के लिए घर से दौड़ पड़ा।
गांव से थाने तक दो किमी की दूरी उसने हांफते हुए तय की। बच्चे को देख थानेदार ने बुलाया तो वह एक ही सांस में सब कुछ कह गया। अंकल मेरी मम्मी को बचा लो, पापा बेल्ट और फुंकनी से उन्हें बुरी तरह पीट रहे हैं।
बच्चे के चेहरे के भाव को भांपते हुए थानेदार ने भी देरी नहीं की और उसे साथ लेकर गाड़ी गांव की तरफ दौड़ा दी। बेरहमी से पीटने वाले पति को हवालात में देखा तो किशन और उसकी मां दोनों पसीज गए। पुलिस से माफी दिलवा दी। बासौनी के गांव जेबरा निवासी हरिओम बैंक में संविदा कर्मचारी है।
आरोप है कि वह नशा करता है और बात-बात पर पत्नी और बच्चे को पीटता है। सोमवार सुबह उठते ही हरिओम पत्नी पर भड़क गया। बेल्ट से पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। मां की चीख सुन बाहर खेल रहा बेटा किशन पहुंचा, लेकिन पापा का गुस्सा देख हिम्मत नहीं कर सका। किशन को साथ लेकर पहुंचे एसओ, हरिओम को पकड़ लाए और हवालात में बंद कर दिया।
थाने पहुंची पत्नी ने बताया कि यह नशे में छोटी-छोटी सी बात पर पीटते हैं। कई बार बच्चे को भी पीटा। पति के जेल जाने की स्थिति बनती देख पत्नी का दिल पिघल गया। उसने पुलिस से माफ करने की गुहार लगाई।
मां को देख किशन भी कहने लगा, अंकल माफ कर दीजिए। पूरा घटनाक्रम इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। एसओ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि बच्चा हिम्मत वाला है। पति ने अपनी गलती मान ली, पत्नी ने भी उसे माफ कर दिया। उसे हिदायत देकर छोड़ दिया गया है।