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Laddu Gopal: आगरा में लड्डू गोपाल ने प्ले ग्रुप में पाए 98.36 प्रतिशत नंबर, सपने में आते हैं प्रश्नाें के उत्तर

Laddu Gopal In School Update News आगरा में एक परिवार को उपहार में मिले लड्डू गोपाल उन्होंने मंदिर में रखे थे। फिर उनकी सेवा शुरू की। सेवा भाव में लड्डू गोपाल का दाखिला स्कूल में कराया गया। प्ले ग्रुप की परीक्षा में 98 फीसदी से अधिक अंक मिले। लड्डू गोपाल के प्रश्न के उत्तर सपनों में आते हैं। केशव-माधव और राघव को मिलकर पाल रहीं देवरानी-जेठानी।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 01 Oct 2024 07:50 AM (IST)
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Agra News: नूरी दरवाजा निवासी अलका अग्रवाल (दाएं), उनकी जेठानी मीनू (मध्य में) और बहु रीमा। जागरण

जागरण संवाददाता, आगरा। Laddu Gopal In School: श्रद्धा और भक्ति भाव आधारित है। इसमें कोई अपने आराध्य को पुत्र, तो कोई मित्र के रूप में ध्याता है। इसी क्रम में आगरा की तीन और महिलाओं को नाम जुड़ गया है, जो कान्हा की सेवा अपने पुत्र के रूप में करती हैं।

उनका प्रभु के प्रति मोह इतना है कि उन्होंने उनका प्रवेश स्कूल तक में कराया है। इस वर्ष एक पुत्र केशव ने प्ले ग्रुप में 98.36 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। यह तीन महिलाएं नूरी दरवाजा निवासी अलका अग्रवाल, मीनू और रीमा है।

पांच वर्ष पहले उपहार में दिए थे लड्डू गोपाल

अलका अग्रवाल बेसिक स्कूल में शिक्षिका हैं और साहित्य क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। वह बताती हैं कि पांच वर्ष पूर्व 25 सितंबर को उनकी सहेली बबीता वर्मा ने उन्हें लड्डू गोपाल उपहार में दिए। उन्होंने उन्हें अपने मंदिर में रख दिया। कुछ दिनों बाद जब बबीता उनसे मिलने आईं, तो मंदिर में लड्डू गोपाल को रखा देखकर डांटने लगी कि लल्ला को ऐसे ही क्यों रख दिया। उन्हें भी ठंड और भूख सब लगती है।

कान्हाजी की सेवा की प्रारंभ

पहले तो अलका अग्रवाल को यह बात मजाक लगी, लेकिन बाद में यह बात उनके मन में घूमने लगी। इसके बाद उन्होंने कान्हा जी की सेवा प्रारंभ की और नाम रखा केशव। इसके बाद वह उन्हें अपना पुत्र मानने लगीं। भाव बढ़ा, तो तीन वर्ष के होने पर पुत्र केशव को घर पर ही पढ़ाना प्रारंभ किया। पिछले वर्ष उनका प्रवेश घर के पास स्थित मदर्स हार्ट पब्लिक स्कूल में कराया, जिसमें उन्होंने 550 में से 541 अंक (98.36 प्रतिशत) प्राप्त किए। वह अब नर्सरी कक्षा में हैं।

अलका पढ़ाती हैं और सपने में सुने उत्तराें को लिखती हैं

अलका उन्हें पढ़ाती हैं। उत्तर सपने में सुनकर उन्हें उत्तर पुस्तिका में लिखती हैं। केशव मन में आने पर स्कूल भी जाते हैं। हालांकि उनसे स्कूल में फीस नहीं ली जाती। इसलिए अलका स्कूल में समय-समय पर मदद करती रहती हैं।

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माधव और राघव हैं जेठानी और बहुओं के नाम

अलका अग्रवाल को देख उनकी जेठानी मीनू को भी एक लड्डू गोपाल की सेवा करने का विचार आया, तो उनकी सहेली बबीता ने तीन वर्ष पूर्व उन्हें भी एक लड्डू गोपाल लाकर दिए, जिन्हें मीनू ने माधव नाम दिया। सबसे छोटे लड्डू गोपाल उनकी बहू रीमा लेकर आई हैं, जिनका नाम राघव रखा गया है।

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