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यूपी में अधिकारियों की सूची हो रही तैयार, अब गिरेगी गाज; सभी DM को दिशा-निर्देश जारी

शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले आगरा के अधिकारियों की खैर नहीं। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। शिकायतकर्ताओं से बातचीत के बाद यह सूची बनाई जाएगी। अगर कोई अधिकारी बिना शिकायतकर्ता से बात किए ही शिकायत का निस्तारण कर देता है तो उसे नोटिस जारी किया जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उसका नाम सूची में शामिल कर लिया जाएगा।

By amit dixit Edited By: Aysha Sheikh Updated: Sat, 12 Oct 2024 09:40 PM (IST)
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यूपी में अधिकारियों की सूची हो रही तैयार - प्रतीकात्मक तस्वीर.
जागरण संवाददाता, आगरा। शिकायतों के निस्तारण में फर्जीबाड़ा करने वाले अधिकारियों की सूची तैयार होगी। यह सूची शिकायतकर्ताओं से बातचीत के बाद बनेगी। अगर शिकायतकर्ता यह कहता है कि बिना उससे बात किए शिकायत का निस्तारण हुआ है। ऐसी दशा में अधिकारी को नोटिस जारी किया जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर सूची में नाम अंकित होगा। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने सभी डीएम को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी हर माह दो से तीन बार समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली की समीक्षा कर रही हैं। माह में तीन से चार बार शिकायतों का भौतिक सत्यापन भी किया जा रहा है। अधिकांश शिकायतों का निस्तारण ठीक से नहीं हो रहा है। बिना शिकायतकर्ता से बात किए हुए रिपोर्ट लगा दी जाती है। निर्धारित अवधि में शिकायतें भी निस्तारित नहीं की जाती हैं।

विभागाध्यक्षों को भेजी जाएगी सूची

मंडलायुक्त ने सभी डीएम से कहा है कि फर्जी तरीके से शिकायतों का निस्तारण करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार की जाएगी। ऐसी सूची विभागाध्यक्षों को भी भेजी जाएगी। आइजीआरएस, संपूर्ण समाधान दिवस, जनसुनवाई में जो भी शिकायतें आती हैं।

20 से 25 प्रतिशत शिकायतों की क्रास चेकिंग कराई जाए। चेकिंग में शिकायतकर्ता शिकायत से कितना संतुष्ट है। यह जानकारी अनिवार्य रूप से अंकित की जाएगी। अगर गड़बड़ी मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाए। अगर किसी अधिकारी द्वारा लगातार शिकायतों का निस्तारण ठीक तरीके से नहीं कर रहा है तो ऐसे अधिकारियों की सूची शासन को भेजी जाएगी।

डीएपी के गोदामों को कृषि विभाग के अधिकारियों ने किया सीज

बरहन: एक अन्य मामले में ग्रामीण अंचल में लगातार हो रही डी ए पी की कालाबाजारी क़ो लेकर प्रशासन लगातार कार्यवाही कर रहा है। सचिबों द्वारा की गई प्राइवेट दुकानदारो की दुकान पर कालाबाजारी क़ो लेकर जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार व नायाब तहसीलदार हेमंत कुमार ने शुक्रवार देर रात्रि को आंवलखेड़ा के बाँधनू मोड़ पर स्थित एग्रो किसान सेवा केंद्र को सील कर दिया।

शनिवार को जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार व नायाब तहसीलदार हेमन्त कुमार, के साथ अन्य अधिकरी पुनः आंवलखेड़ा पहुचे। उन्होंने आगरा जलेसर रोड़ पर परमार खाद भंडार की दुकान पर पहुंचकर खाद के गोदाम को विडिओ ग्राफ़ी कर खुलवाया, उसमे काफ़ी मात्रा में सरकारी डी ए पी के पैकेट मिले। दुकान मालिक के परिजनों के समक्ष गोदाम को सीज कर दिया गया है।

बता दें की गुरुवार को परमार खाद भंडार का मालिक टिंकू परमार ट्रैक्टर ट्राली से डीएपी को कहीं भेज रहा था। तभी कृषि विभाग के एक कर्मचारी धर्मेंद्र सरिया ने इसका वीडियो बनाना चाहा। इसे देख दुकानदार टिंकू परमार बौखला गया और उसने डंडे उस पर प्रहार करते हुए उसका मोबाइल तोड़ दिया।

इसकी सूचना कर्मचारी ने उच्च अधिकारियों को दी। घायल कृषि विभाग कर्मचारी धर्मेंद्र सरिया ने उक्त दुकानदार के खिलाफ बरहन थाना में तहरीर दी थी। टिंकू के खिलाफ अभियोग दर्ज हुआ था। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार ने बताया है कि परमार खाद बिक्रेता की दुकान पर करीब 2 हजार पैकेट मिले है उन्हें सीज़ किया जा रहा है। वही रामनाथ शर्मा के गोदाम को शुक्रवार रात्रि को सीज किया गया था।

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