Mahakal Lok: महाकाल के भक्त आगरा में भी कम नहीं, अद्भुत लोक देखने को सोशल मीडिया पर चल रहा...चलो महाकाल
Mahakal Lok सोशल मीडिया पर महाकाल लोक के लोग कर रहे वीडियो शेयर। आगरा के लोगों ने दीपावली महाकाल के दर्शन करने का बनाया प्लान। अभी से पहुंच रहे रिजर्वेशन के लिए। आगरा से आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें हैं उज्जैन जाने के लिए।
आगरा, तनु गुप्ता। अद्भुत, अलौकिक, अकथनीय...कालों के महाकाल की नगरी उज्जैन...पुराणाें की अवन्तिका नगरी आज अपने उसी भव्य स्वरूप में जैसे पुनः लौट चुकी है। यूं तो आगरा में कुछ कम प्राचीन शिवालय नहीं हैं। शहर की चारों दिशाओं में शिव मंदिर हैं। दो- दो शिवलिंग वाले कैलाश महादवे मंदिर भी यहां विराजमान हैं तो मनःकामेश्वर नाथ भी यहां भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं।
सैंकड़ों भक्त तो एेसे हैं जो द्वादश ज्योतिर्लिंग में शामिल महाकाल Mahakal के दर्शन करने के लिए हर माह उज्जैन Ujjain जाते हैं। भले ही उज्जैन मध्य प्रदेश में है और दूरी भी यहां से अच्छी खासी है लेकिन फिर भी आज शाम का हर महादेव भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहा है। हर कोइ अपलक महाकाल लोक को निहारना चाह रहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को महाकाल मंदिर परिसर के महाकाल लोक Mahakal Lok का लोकार्पण करेंगे।
देखकर बोले, जैसे शिवलोक धरती पर उतर आया हो
आगरा से हर माह उज्जैन महाकाल के दर्शन के लिए जाने वाले वैभव गर्ग बताते हैं कि मैं चार साल से हर माह महाकाल के दर्शन के लिए जाता हूं। मेरे देखते ही देखते महाकाल मंदिर परिसर अद्भुत शिवलोक में परिवर्तित हो गया। महाकाल मंदिर पहले ही अलौकिक दिव्यता लिये हुए था और अब तो जैसे कल्पना से परे हो चुका है।
नाग पंचमी और शिवरात्रि पर जाने वाले मनोज शर्मा कहते हैं कि नाग पंचमी पर महाकाल मंदिर दर्शन के लिए गया था। तब युद्ध स्तर पर काम चल रहा था। अब जब मंदिर में महाकाल लोक Mahakal Lok साकार रूप ले चुका है तो शिवरात्रि का इंतजार नहीं कर पा रहा। दीपावली इस बार महाकाल की सेवा करके ही मनानी है।
अभी दस दिन पहले ही महाकाल मंदिर के दर्शन करके लौटे योगेश पांडे बताते हैं कि महाकाल लोक Mahakal Lok के लिए सिर्फ एक ही शब्द मन में आता है कि अद्भुत है। शिव पुराण में वर्णित शिव महिमा को जैसे साकार रूप दे दिया गया है।
सोशल मीडिया पर दनादन हो रहे महाकाल लोक के वीडियो शेयर
सोशल मीडिया ने शहरों की क्या देश दुनिया की दूरी काे सिमटा दिया है। उज्जैन के महाकाल लोक Mahakal Lok के वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार शेयर हो रहे हैं। इसके साथ ही लोग संदेश चला रहे हैं चलो महाकाल का। लोग दीपावली पर महाकाल के दर्शन के लिए अभी से प्लानिंग कर रिजर्वेशन कराने पहुंच रहे हैं।
आगरा से उज्जैन की दूरी
आगरा से उज्जैन की दूरी 690 किमी है।
कैसे पहुंचे महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन
वैसे तो उज्जैन महाकाल के दर्शन के लिए आप सड़क मार्ग द्वारा भी जा सकते हैं। लेकिन उज्जैन के लिए सबसे सुविधा जनक साधन है ट्रेन।
आगरा से उज्जैन के लिए ट्रेन
मालवा एक्सप्रेस, उज्जैनी, देहरादून- इंदौर, गोरखपुर- ओखा, बरेली- इंदौर, मुजफ्फरपुर- सूरत एक्सप्रेस। इनमें केवल मालवा प्रतिदिन संचालित होती है। बाकि ट्रेन साप्ताहिक अथवा सप्ताह में दो बार हैं।
ट्रेन का किराया
स्लीपर 405
एसी3 1070
एसी2 1505
एसी1 2515
महाकाल लोक की विशेषता
- 920 मीटर है महाकाल प्रांगण की कुल लंबाई।
- 856 करोड़ का है महाकाल लोक प्रोजेक्टए इसमें पहले चरण के कार्य में 351 करोड़ का खर्च आया है।
- 505 करोड़ रुपये का खर्च प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में खर्च होंगे जो जून 2023 तक पूरा होने की संभावना है।
- 400 कैमरे निगरानी के लिए और आराम के लिए 200 से ज्यादा कुर्सियां लगाईं गई हैं।
- 25 फीट ऊंची और 500 मीटर लंबी लाल पत्थर की दीवार में शिव महापुराण में वर्णित घटनाओं का भित्तिचित्र बने हैं।
- 108 स्तंभ स्थापित किए गए हैंए जिन पर भगवान शिव की विभिन्न मुद्राएं बनी हुई हैं।
- 200 प्रतिमाएं ;छोटी.बड़ीद्ध पूरे प्रांगण में बनाई गई हैं।
- 2019 से ओडिशा व गुजरात के कलाकार तराश रहे प्रतिमाएं।
- 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक की बनी हैं।
- 8 रूपों में शिव के दर्शन शर्व भव रुद्र उग्र भीम पशुपति ईशान और महादेव
सप्त ऋषियों नवग्रह की मूर्तियां भी स्थापित हैं।