Agra News: धारदार हथियार से हमला कर युवक की हत्या, मिश्रित आबादी वाले मंटोला में तनाव, पीएसी हुई तैनात
Agra News काजीपाड़ा में रेलवे लाइन पर धारदार हथियार से रंजिशन किया हमला। मामला दो समुदायों का होने पर फैला तनाव। पिता बोले- डाक्टर समय से देते उपचार तो बच जाती बेटे की जान। पुलिस को दी नामजद तहरीर।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Tue, 28 Feb 2023 07:05 AM (IST)
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के मंटोला में सोमवार की रात चप्पल कारीगर आबिद की हमलावरों ने धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी। मामला दो समुदाय का होने के चलते घटना के बाद मिश्रित आबादी वाले इलाके में तनाव फैल गया। अधिकारी मौके पर पहुंच गए। कई थानों की पुलिस बुला ली। एहतियातन पीएसी तैनात कर सेक्टर स्कीम लागू कर दी गई। हत्या के पीछे रंजिश बताई गई है।
लहूलुहान हालत में मिला युवक
घटना मंटोला और रकाबगंज थाने की सीमा पर स्थित रेलवे लाइन पर हुई। घटिया मामू भांजा निवासी 27 वर्षीय आबिद पुत्र चौधरी बाकर लहूलुहान हालत में रेलवे लाइन पर पडा मिला। लोगों से जानकारी मिलने पर स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर गए। स्वजन का आरोप है कि वहां डाक्टरों ने उपचार नहीं किया। कहा गया कि पहले पुलिस को सूचना दें। जिसके बाद स्वजन उसे एक निजी अस्पताल लेकर गए। उसकी हालत देखते हुए एसएन इमरजेंसी रेफर कर दिया। यहां लाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
दो समुदाय के होने से तनाव के हालात
जिससे स्वजन में आक्राेश फैल गया। आरोपित दूसरे समुदाय के होने के चलते इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी, पुलिस उपायुक्त विकास कुमार मौके पर पहुंच गए। देहात और शहर के कई थानों की पुलिस बुला ली गई। पीएसी काे तैनात कर दिया गया। आबिद के पिता चौधरी बाकर ने रकाबगंज थाने में तहरीर दी है। पिता ने आरोप लगाया है कि काजीपाड़ा निवासी विक्रम उर्फ बकरा, कालू, संतोष संजू, टीटू और नरेंद्र आदि ने पुरानी रंजिश के चलते पुत्र पर हमला बोला था। पुत्र के सिर पर चाकू, डंडे और पत्थर से प्रहार कर उसकी हत्या की गई। बेटे को मरणासन्न अवस्था में छोड़कर आरोपित भाग गए।स्वजन पुलिस को रंजिश का कारण नहीं बता सके।युवक की हत्या में पिता की तहरीर के आधार पर अभियोग दर्ज किया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी काे दबिश दी जा रही है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा है। - विकास कुमार पुलिस उपायुक्त
पिता बोले समय पर इलाज मिलता तो बच जाता बेटा
आबिद के पिता चौधरी बाकर का कहना था कि जिला अस्पताल में यदि समय पर उपचार मिलता ताे बेटे की जान बच सकती थी। उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बताया कि बेटे को अस्पताल लेकर गए तो उसकी सांस चल रही थी। सिर से लगातार खून बह रहा था। इसके बाद भी डाक्टर और कर्मचारी बोले कि पहले थाने में तहरीर देकर आओ। वह मंटोला थाने पहुंचे। पुलिस को लेकर घटनास्थल पर गए। वहां बताया गया कि रेलवे लाइन के उस पर घटना हुई है। घटनास्थल रकाबगंज थाने में पड़ता है। इधर, अस्पताल में इलाज नहीं मिला ताे स्वजन उसे निजी अस्पताल लेकर भागे वहां से इमरजेंसी दौड़े तब तक देर हो चुकी थी।इलाके के प्रबुद्ध लोगाें की सूझबूझ से नहीं बढ़ा मामला
युवक की हत्या के बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। ऐसे में वहां के प्रबुद्ध लोगों ने युवाओं को शांत कराया। उनसे कहा कि हंगामे से पुलिस की कार्रवाई में बाधा पड़ेगी।इससे आरोपितों को लाभ पहुंचेगा। जिसके बाद तनाव की स्थिति कम हुई।UP Budget Session: विधान सभा में प्रयागराज हत्याकांड की गूंज, बसपा ने की घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।खुफिया तंत्र हुआ सक्रिय
मंटोला मिश्रित आबादी वाला इलाका है। जिसके चलते यह हमेशा संवेदनशील मान जाता है। युवक की हत्या का मामला दो समुदाय से जुड़ा था। जिसके चलते एलआइयू समेत खुफिया एजेंसी भी वहां सक्रिय हो गईं। वहां की स्थिति पर लगातार नजर रखे हैं।