Encounter of Criminals: मुठभेड़ में मारे गए मनीष का ताजगंज और निर्दोष का पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार
Encounter of Criminals रविवार की देर रात मनीष का विद्युत शवदाह पर स्वजन ने किया अंतिम संस्कार। निर्दोष के शव को पुलिस से सुपुर्दगी में लेने के बाद गांव ले गए स्वजन। मणप्पुरम गोल्ड लोन शाखा में 17 जुलाई को नरेंद्र उर्फ लाला ने गैंग के साथ डकैती डाली थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में डकैती डालकर भागने के दौरान पुलिस से मुठभेड़ में मारे गए एक बदमाश मनीष पांडेय का अंतिम संस्कार उसके स्वजन ने आगरा में किया। जबकि दूसरे बदमाश निर्दोष का शव स्वजन अपने साथ गांव लेकर चले गए। उन्होंने वहां पर उनका अंतिम संस्कार किया। दोनों के अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस वहां मौजूद रही।
कमला नगर की मणप्पुरम गोल्ड लोन शाखा में 17 जुलाई को फीरोजाबाद के हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र उर्फ लाला ने गैंग के साथ डकैती डाली थी। करोड़ों का सोना लूटकर भागते दो बदमाशों मनीष पांडेय और निर्दोष को पुलिस ने एत्मादपुर इलाके में एक मेडिकल स्टोर पर घेर लिया था। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से घायल हुए मनीष और निर्दोष की एसएन इमरजेंसी में इलाज के दौरान मौत हो गई।
दोनों के स्वजन रविवार की सुबह पोस्टमार्टम गृह पहुंच गए थे। उनके पंचनामा की कार्रवाई, चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने से पहले शवों का एक्सरे कराया गया। जिससे कि यह पता लगाया जा सके कि बदमाशों को गोली कहां लगी हैं। इसके चलते दोनों शवों का पोस्टमार्टम देर रात हो सका। इसके बाद पुलिस द्वारा उनके शव स्वजन को सुपुर्द किए गए। मनीष के स्वजन ने रात एक बजे विद्युत शवदाह गृह पर उसके शव का अंतिम संस्कार किया। वह सोमवार की सुबह उसके फूल यहां से लेकर घर गए।
वहीं निर्दोष के शव काे स्वजन उसके पैतृक गांव कनहरा कबरई थाना मटसैना, फीरोजाबाद लेकर गए थे। उन्होंने सोमवार की भोर में गांव में ही उसके शव का अंतिम संस्कार किया।