Mathura Famous Food: मथुरा आएं तो ये 7 जायके जरूर चखें, मीठे के साथ तीखा भी है मजेदार
Mathura Famous Food पेड़े फेमस हैं लेकिन यहां की लस्सी आलू की कचौड़ी और उसकी सब्जी का जायका लोगों को एक बार में ही पसंद आता है। ब्रज की कण कण में भगवान का वास है और यहां की दूध-दही मावा से बनने वाली मिठाई सभी को अच्छी लगती है।
By Abhishek SaxenaEdited By: Updated: Sat, 30 Jul 2022 03:15 PM (IST)
आगरा, जागरण टीम। यूपी का हर शहर खाने की चीजों के लिए मशहूर है। बात ब्रज की हो तो यहां के हर शहर का अपना जायका है। अगर आप मिठाई के शौकीन हैं तो आपको आगरा का पेठा पसंद आएगा। वहीं मथुरा के पेड़े और लस्सी का जाूद सभी के सिर चढ़कर बोलता है। मथुरा आए और इन चीजों को नहीं चखा तो कहीं न कहीं ट्रिप अधूरी सी रहती है।
मथुरा में आएं तो चखें यहां के जायकेअगर आप मथुरा की ट्रिप बना रहे हैं तो यहां के जायके अपनी ट्रिप में जरूर शामिल करें। आपके ट्रेवल का मजा दो गुना हो जाएगा। खाने-पीने के शौकीनों को मथुरा में कई ऐसी डिश हैं जो पसंद आती हैं। यहां के पेड़े पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में अपनी पहचान बना चुके हैं। आपको बताते हैं मथुरा के खाने की कुछ बेहतरीन डिश के बारे में
मथुरा का पेड़ामथुरा दर्शन करने के लिए जो भी आता है वो खाने के बाद पेड़े का मजा जरूर लेता है। किसी ने मथुरा का भ्रमण न भी किया हो तब भी पेड़े की जानकारी सभी को है। मथुरा के ये पेड़े दूध से बनते हैं जो काफी स्वादिष्ट होते हैं। मथुरा श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पास काफी मशहूर दुकानें हैं जो कई वर्षों से पेड़े बेच रही हैं। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में पेड़े का भोग लगाने की परंपरा है।
आलू की सब्जी और जायकेदार कचौड़ीमथुरा का सुबह का नाश्ता आलू की गीली सब्जी और कचौड़ी से शुरू होता है। आलू की सब्जी गरम मसालों में बनती है जो काफी तीखी होती है। कचौड़ी दो तरह की बनती है।आलू की कचौड़ी और दाल की कचौड़ी। कई दुकानों पर खस्ता कचौड़ी के नाम से इन्हें जानते हैं। मथुरा की ये कचौड़ी आलू की सब्जी के साथ परोसी जाती है। स्वाद के लिए दुकानदार हरी चटनी और दही का इस्तेमाल करते हैं। अदरक और प्याज पसंद है तो वो भी आपको सब्जी के साथ मिलती है।
गरमा;गरम जलेबीमीठे के शौकीन जलेबी को दही या रबड़ी के साथ खाना पसंद करते हैं। लेकिन ब्रज की परंपरा कुछ अलग है। यहां जलेबी कचौड़ी वाली सब्जी के साथ पसंद की जाती है। मीठे के साथ तीखे का मजा स्वाद को और बढ़ा देता है।मशहूर है मथुरा की लस्सीब्रज में दूध की नदियां बहती थी, ये कहावत यूं हीं नहीं प्रसिद्ध है। दरअसल ब्रज के हर घर में गाय पालन होता था। आज भी ये परंपरा जारी है। यहां की लस्सी पूरी यूपी में फेमस है। लस्सी का स्वाद चखने के लिए आपको ज्यादा तलाश नहीं करना होगा। हलवाई की अधिकांश दुकानों पर लस्सी बनती है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और बांकेबिहारी मंदिर की गली में लस्सी की दुकानों पर गर्मियों में अच्छी खासी भीड़ लगती है।
आलू का भल्ला या आलू टिक्कीचटपटे खाने के शौकीन हैं तो आलू का भल्ला या आलू की टिक्की आपको जरूर पसंद आएगी। गरम-गरम आलू की टिक्की को छोले या मटर के साथ परोसा जाता है। जो भी ब्रज आता है वो इसका स्वाद जरूर चखता है।ठंडाई का जादू सिर चढ़कर बोलता हैवैसे तो ठंडाई होली और शिवरात्रि पर तैयार होती है। लेकिन मथुरा की स्पेशल ठंडाई का मजा बिना किसी त्योहार के मिलता है। मंदिरों के आसपास की दुकानों पर कई तरह की ठंडाई मिलती है, जिन्हें लोग पीकर खुद को तरोताजा महसूस करते हैं।
मथुरा पहुंचने का आसान रास्तायूपी का मथुरा जिला सभी शहरों से जुड़ा है। यहां आप यमुना एक्सप्रेसवे से आ सकते हैं। ट्रेन के रास्ते से भी कई गाड़ियां यहां रुकती हैं। यूपी रोडवेज की बसों से भी यहां दूसरे राज्यों से पहुंचा जा सकता है।मथुरा घूमने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे अच्छा महीना जनवरी से अप्रैल का होता है। सावन के महीने में कई त्योहार पड़ते हैं जो मथुरा को पूरे देश में पहचान दिलाने वाले हैं। या यूं कहें कि मथुरा में किसी भी महीने आ सकते हैं।
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