Mathura Junction: किसी वीआइपी होटल से कम नहीं है रेलवे स्टेशन, देखिए तस्वीरें
Mathura Junction railway station भारतीय रेलवे ने अपने फेसबुक पेज पर मथुरा जंक्शन की पुरानी और नई तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है भगवान श्री कृष्ण के निवास मथुरा के लिए एक रूपांतरित स्टेशन। हालांकि इसका कायाकल्प काफी पहले हो चुका है।
आगरा, जागरण टीम। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी होने के कारण मथुरा में हजारों श्रद्धालु रोजाना आते हैं। इनमें कई श्रद्धालु ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। मथुरा से अच्छी छवि लेकर जाएं इसके लिए भारतीय रेलवे ने स्टेशन का कायाकल्प कराया था। यहां वीआईपी लाज, यात्रियों के लिए एक्सलेटर की सुविधा भी है। मथुरा जंक्शन की तस्वीरें लोगों को आकर्षित कर रही हैं और लोग यहां सेल्फी भी खिंचाते हैं।
मूर्ति और पोशाक ले जाना चाहते हैं, तो यह सुविधा रेलवे स्टेशनों पर मिल सकेगी। इस योजना में हुनरमंद रेलवे स्टेशन पर अपने प्रोडक्ट की बिक्री कर सकेंगे। इसके लिए रेलवे स्टेशन पर स्टाल दी जाएगी। किस स्टेशन पर कौन से प्रोडक्ट की बिक्री होनी है, यह भी तय हो गया है।
मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन के नए प्रवेश और निकास द्वार बनाए गए हैं। रेलवे ने रेल यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए प्रथम श्रेणी के प्रतीक्षालय को पुनर्निर्मित किया गया है।
मथुरा जंक्शन रेलचे स्टेशन पर बुकिंग हॉल, वीआइपी कमरे को भी अपग्रेड किया जा चुका है। बुकिंग हॉल एवं फर्स्ट क्लास वेटिंग एवं वीआइपी रूम अब यात्रियों के लिये और अधिक सुविधाजनक हुआ है।
पूरे स्टेशन पर आपको ब्रज की संस्कृति की झलक दिखाई देगी। मुख्य द्वार पर भगवान श्रीकृष्ण की छवि कान्हा की नगरी को दर्शाती है। रेलवे स्टेशन यात्रियों की सुविधाओं के साथ-साथ ब्रज की संस्कृति से भी रूबरू कराता है।
वहीं अब मथुरा के सभी रेलवे स्टेशनों पर भगवान की मूर्ति और पोशाक को प्राथमिकता दी गई है। जंक्शन रेलवे स्टेशन के साथ छोटे-छोटे स्टेशनों पर भी यह योजना शुरू की जा रही है। स्टेशनों पर स्थानीय प्रोडक्ट उपलब्ध हो सकेंगे। जंक्शन रेलवे स्टेशन पर यात्री भगवान की मूर्ति, फोटो फ्रेम खरीद सकेंगे।
फरह रेलवे स्टेशन पर रबड़ी मिलेगी। भूतेश्वर रेलवे स्टेशन पर पोशाक और पूजन सामग्री, गोवर्धन में लड्डू गोपाल और पोशाक मिलेंगी। वृंदावन में लड्डू गोपाल की मूर्ति और पाेशाक, वृंदावन रोड रेलवे स्टेशन पर कंठीमाला बिकेगी। आझई व छाता रेलवे स्टेशन पर कृत्रिम आभूषण मिलेंगे। बाद में पर पत्थर का सामान बिकेगा।