Meet At Agra 2022: आगरा में जुटे दुनियाभर के जूता कारोबारी, शुरूआत हुइ मीट एट आगरा की, तीन दिन चलेगा आयोजन
Meet At Agra सींगना स्थित आगरा ट्रेंड सेंटर में मीट एट आगरा फेयर का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने किया। केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल एफमेक अध्यक्ष पूरन डाबर मौजूद। नहीं पहुंच सके केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल।
आगरा, जागरण संवाददाता। फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपाेर्टर्स चेंबर (एफमेक) द्वारा आयोजित मीट एट आगरा Meet At Agra की शुरुआत आगरा ट्रेड सेंटर सींगना में हो चुकी है। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का आगरा आगमन का कार्यक्रम में नहीं आ सके लेकिन वे वर्चुअल माध्यम से जूता कारोबारियों को संबोधित कर रहे हैं।
मीट एट आगरा आयोजन में भारत सहित 45 देशों के प्रदर्शक 225 स्टालों के माध्यम से अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे है। इसमें ब्राजील, अर्जेनटिना, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, ताइवान, चीन आदि सम्मिलित हैं। आयोजन का आरंभ शहर में वर्ष 2007 में हुआ था। पहला फेयर होटल जेपी पैलेस में लगा था, जिसमें आगरा सहित चेन्नई, नोएडा के प्रदर्शकों ने प्रतिभाग किया था। इसके बाद वर्ष 2014 में विदेशी तकनीक से रूबरू होने का अवसर मिला और विदेशी प्रदर्शकों के स्टाल लगे। कलाकृति, तारघर मैदान से होता हुआ फेयर आगरा ट्रेड सेंटर पहुंच गया है।
दिल्ली, चेन्नई में भी लगता है जूता फेयर
दिल्ली और चेन्नई में भी जूता फेयर का आयोजन होता है। चेन्नई का फेयर बड़ा है और ये 31 जनवरी से चार फरवरी तक हर वर्ष लगता है। दिल्ली में इस वर्ष आयोजन नहीं हो सका था। इसके साथ ही इटली, हांगकांग और चीन में इस तरह के फेयर होते हैं। इटली फेयर की तर्ज पर आगरा का फेयर लग रहा है। वहां 500 से एक हजार तक स्टाल लगते हैं। जल्द ही हम उससे बेहतर लगाएंगे।
1200 से पांच हजार करोड़ पहुंचा कारोबार
एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि कारोबार ने निरंतर प्रगति की है। अब हम जूता बनाने के साथ ही कंपोनेंट, मशीनरी आदि क्षेत्र में भी बेहतर काम कर रहे हैं। पहली मीट एट आगरा के समय हम 1200 करोड़ का कारोबार करते थे, जबकि अब पांच हजार करोड़ रुपये वार्षिक पहुंच चुका है। आगरा में पांच हजार छोटी, बड़ी जूता इकाईयां हैं।