Agra Mig Crash Update: मिग-29 हादसे में ब्लैक बॉक्स की जांच पूरी, चार मिनट में आसमान से खेत पर आ गिरा था विमान
MIG-29 Crash Investigation News ग्रामीणों के अनुसार सोमवार शाम 4.20 बजे एक विमान तेजी से जमीन की तरफ आ रहा था। 150 मीटर की ऊंचाई पर रहे विमान ने कई बार गोल-गोल भी घूमा। विमान में आग लगी हुई थी। तेज आवाज आ रही थी। ग्रामीण भगवती देवी और रीना ने बताया कि वह खेत में घास काट रही थीं। तेज आवाज सुनी और एक विमान को जलते हुए देखा।
जागरण संवाददाता, आगरा। चार नवंबर की शाम 4.16 बजे आगरा के आसमान में लड़ाकू विमान मिग-29 आया था। चार मिनट में यह विमान आसमान से बघा गांव के पास खेत में आकर गिर गया। विमान के पायलट विंग कमांडर मनीष मिश्रा ने हिम्मत और सूझबूझ का परिचय दिया। विमान को 300 मीटर से अधिक नीचे लेकर आए और फिर सीट इजेक्शन किया।
एजेंसियों ने ब्लैक बाक्स की जांच पूरी कर ली है। वहीं अब विंग कमांडर मनीष मिश्रा से पूछताछ की जा रही है। ब्लैक बाक्स की जांच में निकले निष्कर्षों और पायलट के बयान की क्रास चेकिंग की जा रही है। यह जांच एक से दो माह में पूरी होगी तब तक मनीष विमान नहीं उड़ा सकेंगे।
चार नवंबर की दोपहर 3.35 बजे बदायूं निवासी मनीष मिश्रा ने मिग-29 लड़ाकू विमान से आदमपुर पंजाब से उड़ान भरी थी। 45 मिनट में यह विमान आगरा में आ गया था फिर अचानक इस विमान में तकनीकी कमी आ गई। विमान की पूंछ टूट गई और यह गोल-गोल घूमने लगा। चार मिनट तक यह विमान हवा में रहा और फिर बघा गांव के खेत में आकर गिरा।
ब्लैक बॉक्स कब्जे में लेकर की जांच
भारतीय वायुसेना की टीम ने रात में ब्लैक बॉक्स को अपने कब्जे में ले लिया और फिर इसकी जांच की गई। जांच के आधार पर अब विंग कमांडर मनीष मिश्रा से पूछताछ की जा रही है। अब तक छह बार से अधिक पूछताछ हो चुकी है। आगे भी यह जारी रहेगी। पिछले सप्ताह वायुसेना की टीम ने खेत से मलबा को भी उठा लिया।
अभ्यास का हिस्सा नहीं बन सका लड़ाकू विमान
चार नवंबर से आगरा वायुसेना स्टेशन में भारतीय वायुसेना का उड़ान अभ्यास शुरू हुआ था। इसमें लड़ाकू विमान और मालवाहक विमान को शामिल होना था। मिग-29 विमान क्रैश होने के बाद इसे अभ्यास से हटा दिया गया था। बाकी विमानों से अभ्यास को पूरा किया गया। यह अभ्यास दो सप्ताह तक चला।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।मिग क्रैश में पायलट ने दिया सूझबूझ का परिचय
भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर मनीष मिश्रा दो हजार घंटे से अधिक लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं। मनीष ने आठ अक्टूबर 2023 को प्रयागराज स्थित संगम क्षेत्र में हुए एयर शो में सूर्य किरण विमान से उड़ान भरी थी। पायलट मनीष मिश्रा मूलरूप से बदायूं के हैं। 20 दिसंबर 2008 को फ्लाइंग अफसर बने। मनीष को मिग विमान उड़ाने का अच्छा खासा अनुभव है। वह बेहतरीन पायलट हैं। ये भी पढ़ेंः UP News: दुल्हन पक्ष की लड़की को रसगुल्ला न देने पर बरातियों-घरातियों में मचा घमासान, पुलिस-पीएसी ने संभाले हालात ये भी पढ़ेंः Weather Update: नवंबर में दिसम्बर जैसी कड़ाके की ठंड! पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में आया बदलाव, IMD का अपडेटमनीष ने गांव से विमान किया दूर
सोमवार को जिस तरीके से 304 मीटर की ऊंचाई से मनीष इजेक्शन सीट से विमान से अलग हुए। अगर मनीष अधिक ऊंचाई से विमान को छोड़ देते तो विमान बघा गांव पर गिर सकता था। इससे सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी लेकिन मनीष ने खेत और नाले के मध्य का स्थल चुना। खासकर खेत पूरी तरह से खाली था। आसपास कोई भी पेड़ भी नहीं था। मनीष 20 दिसंबर 2014 को स्क्वाड्रन लीडर और 2021 में विंग कमांडर बने। मनीष दो हजार घंटे से अधिक लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं।