Move to Jagran APP

Agra News: पॉलिथीन फ्री होगा पृ्थ्वीनाथ महादेव मंदिर का मेला, पृथ्वीराज चौहान के काल से जुड़ा है इतिहास

Agra Shiv Mandir Prithvi Nath Mahadev Temple शिव के चाराें मंदिरों पर सावन के प्रत्येक सोमवार को मेला आयोजित होता है। आगरा में मेले की परम्परा सालों पुरानी है। शिवालयों पर सावन के सोमवार पर हजारों की भीड़ उमड़ती है। हरिद्वार साेरों से गंगाजल लेकर कांवड़िये यहां आते हैं। पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर मेले का उद्घाटन यूपी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और एमएलसी विजय शिवहरे करेंगे।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 10 Aug 2024 10:21 AM (IST)
Hero Image
Agra News: पृथ्वीनाथ महादेव का प्राचीन मंदिर।
जागरण संवाददाता, आगरा। Sawan 2024 Agra Shiv Mandir: श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को शाहगंज स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पर भव्य मेला लगता है। यह मंदिर सैकड़ों वर्ष प्राचीन है और पृथ्वीराज चौहान के काल से इसका संबंध है।

मंदिर में लगने वाले मेले के लिए तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। इसका उद्घाटन रविवार शाम को होगा। अगले दिन सुबह चार बजे से मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। दिनभर में छह पहर की आरती होगी। शाम को भव्य फूल बंगला सजाकर भगवान को छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा। भजन संध्या भी होगी। मंदिर में पॉलिथीन आदि पर प्रतिबंध रहेगा।

सुबह तीन बजे होगा महादेव का अभिषेक

  • मंदिर महंत अजय राजौरिया ने बताया कि सोमवार सुबह तीन बजे भगवान का अभिषेक किया जाएगा।
  • चार बजे आरती के बाद मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
  • सुबह छह बजे, आठ बजे, 10 बजे और 12 बजे आरती होगी।
  • शाम छह बजे शृंगार और आरती होगी।
  • भव्य फूल बंगला सजाकर भगवान को छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे।
  • भजन संध्या में कलाकार भगवान के भजनों की सुंदर प्रस्तुतियां देंगे।
  • प्रसाद में दालबाटी वितरण किया जाएगा।
  • रात्रि 10 बजे शयन आरती के बाद रात्रि 12 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे।

पॉलिथीन न करें प्रयोग

मंदिर समिति जल और दुग्ध अर्पित करने वाले श्रद्धालुओं से अपील कर रही है कि वह मंदिर में पॉलिथीन या प्लास्टिक के बर्तन में जल और दुग्ध लेकर न आएं, धातु के बर्तन में लाकर भगवान का अभिषेक करें और स्वच्छता रखने में मदद करें।

प्राचीन पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर।

यह रहेगी प्रवेश की व्यवस्था

सोमवार को मंदिर में भारी भीड़ उमड़ेगी। उसे देखते हुए मंदिर में एकल प्रवेश की व्यवस्था अपनाई जाएगी। श्रद्धालु मुख्य द्वार से मंदिर में प्रवेश करेंगे और पीछे वाले द्वार से बारह निकलेंगे। महिलाओं और पुरुषों के लिए बैरिकेट लगाकर अलग-अलग प्रवेश की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन भीड़ अधिक होने पर एक ही मार्ग की व्यवस्था का विकल्प भी खुला रहेगा।

ये भी पढ़ेंः मेरठ में हनी ट्रैप गैंग चला रहे दो पुलिसकर्मी अपने ही जाल में फंसे! SSP ने दोनों को किया निलंबित

रविवार को होगा मेले का उद्घाटन

मंदिर पर लगने वाले मेले का उद्घाटन रविवार शाम पांच बजे होगा। उच्च शिक्षामंत्री योगेंद्र उपाध्याय और एमएलसी विजय शिवहरे मंदिर में पूजन कर मेले की औपचारिक शुरुआत करेंगे। इसके बाद मेले अपनी रंगत प्राप्त कर लेगा। मंदिर में हुई भव्य सजावट मेले की भव्यता बढ़ने के लिए मंदिर में रंग-बिरंगी विद्युत सजावट की जा रही है। साथ ही सोमवार को फूलों से भी मंदिर परिसर सजाया जाएगा।

ये भी पढ़ेंः UP News: उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सख्त निर्देश, ड्यूटी से गायब चल रहे 15 चिकित्सक होंगे बर्खास्त

स्थानीय लोगों में उत्साह

क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की आकर्षक झांकियां सजाई जाएंगी। मेले को देखते हुए क्षेत्रीय लोगों में भी उत्साह दिखाई दे रहा है। लोगों ने अपने घरों पर सजावट की है, विद्युत झालरें लगाई जा रही हैं। लगे झूले और स्टाल मेले की भव्यता बढ़ने के लिए छोटे-बडे झूले विभिन्न स्थानों पर लगने लगे हैं। छोटे झूलों पर दिनभर बच्चों को जमघट रहा है, वहीं बड़े झूले लगाए जा रहे हैं। साथ ही विभिन्न सामानों की दुकानें भी सजना प्रारंभ होने लगी हैं। इससे मेले का आभास होने लगा है।

प्राचीन पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर।

प्राचीन है मंदिर

पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर बेहद प्राचीन है और यहां स्थापित शिवलिंग भी विशेष है क्योंकि इसमें एक ही पत्थर पर शिवलिंग और शिवजी का पूरा परिवार स्थापित है। शिवलिंग कितना बड़ा है और उसका आधार कहां है, इसकी जानकारी किसी को नहीं। मंदिर को लेकर एक रोचक किस्सा भी है।

एक बार पृथ्वीराज चौहान अपने सिपाहियों के साथ कहीं जा रहे थे, तो उन्होंने यहां स्थित एक टीले पर उगे पेड़ से अपना घोड़ा बांध दिया। लेकिन घोड़े की रस्सी बार-बार खुल जाती थी। ऐसा देखकर उन्हें अजीब लगा, तो उन्होंने टीले की खोदाई कराई, जिसमें यह शिवलिंग अवतरित हुए, लेकिन शिवलिंग का आधार उन्हें नहीं मिला। इस पर उन्होंने वहीं पर शिवलिंग को स्थापित कराया। उन्हीं के नाम पर मंदिर का नाम पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर पड़ा। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।